बिहार पुलिस को एक बार फिर वाहन से कुचलने की मिली धमकी
गोपालगंज। लोकसभा चुनाव को लेकर गाड़ी जांच कर रही बिहार पुलिस को एक बार फिर गाड़ी से कुचलने की प्रयास की गयी और थानेदार को अंजाम भुगतने की धमकी दी गयी। घटना गोपालगंज जिले के माधोपुर थाना क्षेत्र के नेउरी पुल के पास की है। धमकी देने वाले मांझा थाना क्षेत्र के साफापुर पंचायत के मुखिया मंटू सिंह और जिला परिषद सदस्य विकास सिंह है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस ने इस मुद्दे में मुखिया और जिला परिषद समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई प्रारम्भ कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
माधोपुर थाना क्षेत्र के गंडक नहर पर पुलिस को सूचना मिली थी कि 22 अप्रैल की शाम कुछ क्रिमिनल क्राइम की योजना बनाकर पहुंचने वाले हैं। थानाध्यक्ष विनीत विनायक और पुलिस टीम नेवरी पुल के पास पहुंच गई और वाहनों की जांच प्रारम्भ कर दी। गाड़ी जांच के दौरान साफापुर पंचायत के मुखिया की ब्लैक रंग की वाहन पहुंची, जिस पर जन सुराज का झंडा लगा हुआ था। पुलिस ने वाहन रोक कर जांच करनी प्रारम्भ किया तो गाड़ी में सवार मुखिया मंटू सिंह, जिला परिषद सदस्य विकास सिंह बवाल करने लगे। गाड़ी जांच नहीं करने पर थानाध्यक्ष विनीत विनायक पहुंचे और वाहन चेकिंग करने के बात कही, जिस पर मुखिया और जिला परिषद ने थानेदार को धमकाते हुए बोला ‘सब हथियार बगलिइये में रह जाई, वर्दी उतरवा देम’… इसके बाद मुखिया ने ड्राइवर से पुलिसवालों पर वाहन चढ़ाते हुए आगे बढ़ाने को कहा। पुलिस मौके पर बाल-बाल बची और बाद में गाड़ी का पीछा किया, लेकिन सभी फरार हो गये।
माधोपुर पुलिस स्टेशन में चार लोगों पर मुकदमा दर्ज
पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए माधोपुर पुलिस स्टेशन में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इनमें मांझागढ़ थाना क्षेत्र के सफापुर पंचायत के मुखिया मंटू सिंह, जलालपुर निवासी जिला परिषद सदस्य विकास सिंह, आलापुर गांव निवासी उपेंद्र प्रसाद उर्फ उपेंद्र महतो और गाड़ी चालक को अभियुक्त बनाया गया है। सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बोला कि पुलिस मुद्दे में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस को धमकी देने वाले और गाड़ी से कुचलने की प्रयास करनेवाले को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।