बिहार राधा कृष्ण गिर गौशाला मटिहानी का संस्थापक बनाया गया ब्रजेंद्र कुमार चौबे को…
श्री चौबे ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि देश की सुख समृद्धि का मूल आधार, सुव्यवस्थित उत्तम विकास और अर्थव्यवस्था का मेरुदण्ड, देश धर्म और संस्कृति के अविरल विकास की जननी गौ की मर्डर का कलंक ऋषि-मुनियों की इस पवित्र तपोभूमि हिंदुस्तान से खत्म करवाना है। गौ माता को राष्ट्रमाता का सर्वोच्च सम्मान प्रदान करवाने हेतु हमारे राज्य के सभी संसदीय क्षेत्रों से गौ-राष्ट्रभक्त, कर्तव्यनिष्ठ सन्तों की नियुक्ति करके 6 फरवरी 2024 में श्री शंकराचार्य शिविर प्रयागराज तीर्थ में होने जा रही है। उन्होंने कहा कि गौ माता रहेगी तो अस्पतालों की संख्या कम होगी। शांति के लिए आज जो लोग भटक रही है, गौ माता रहेगी तो उन्हें शांति के लिए कही भटकना नही पड़ेगा। गौ माताको राष्ट्रमाता कैसे बनाया जाए, इस पर सभी लोगों को एक होकर आगे आना होगा। जन जन में इस प्रवाह को फैला दे की हर आदमी के मन में गाय की छवि उतर जाए। चाणक्य ने बोला था कि हिंदुस्तान साल का अर्थ शास्त्रत्त् गौ पर ही आधारित होगा। इस मौके पर विश्व हिन्दु परिषद गौ रक्षा विभाग के केंद्रिय सदस्य त्रिलोकी नाथ बागी ने बोला कि इस पृथवी पर गौ के समान विवेकपूर्ण कोई जीव नहीं है। गौ माता ही एक ऐसी प्रणि है, जो आक्सीजन ग्रहण करती है और ऑक्सीजन ही उत्सर्जित करती है। इस मौके पर दिनेश मूनी एवं स्वामी सुमन गिरी आदि उपस्थित थे।
मिटृटी जांच कर करें खेती,होगा फायदा
प्रखंड भीतर उत्लीबारा पंचायत की भदान गांव में कृषि विभाग की ओर से किसान जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। आयोजित कैंप में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों को मिटृटी जांच की उपयोगिता बिषय पर कहा गया। जानकारों ने बोला कि मिटृटी जांच के बाद ही फसल लगाने और उर्वरक का प्रयोग करने को बोला गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता बीएओ सोमेश्वर कुमार मेहता ने की। कैंप में किसानों को मिटृटी जांच के लाभ के बारे में विस्तार से कहा गया। मुख्य रूप से मिटृटी जांच के महत्व,मिटृटी जांच के चरण,मिटृटी संग्रह के ठीक ढंग आदि की जानकारी दी गई। किसानों को जागरूकता अभियान चलाने को बोला गया। जिला के वरीय कृषि पदाधिकारियों ने किसानों को बोला कि मिटृटी जांच कर फसल लगाने से उर्वरक की मात्रा मिटृटी की उर्वरक शक्ति के मुताबिक खद का प्रयोग करने की जानकारी दी जाती है।