गया में बेटियां देश की रक्षा के लिए दे रही योगदान
गया। बिहार के गया जिले के जिस क्षेत्र में कभी उग्रवादियों की बंदूकें गरजा करती थीं अब वहां की बेटियां राष्ट्र की रक्षा के लिए सहयोग दे रही हैं। इस क्षेत्र की कई बेटियों का बीएसएफ, आईटीबीपी, अग्निवीर और बिहार पुलिस में एक साथ चयन हुआ है। इन्हीं बेटियों में से एक हैं इमामगंज प्रखंड भीतर मझौली पंचायत के तेलवारी गांव के रहने वाली पूनम कुमारी। पूनम कुमारी अपने परिश्रम के दम पर सीमा सुरक्षा बल में चयनित हुई हैं। वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से सीमा सुरक्षा बल के फौजी की ट्रेनिंग लेकर इमामगंज लौटीं तो उनका ग्रैंड वेलकम किया गया।
सबसे पहले इमामगंज में मंजीत फिजिकल अकादमी में अकादमी के निदेशक मनजीत कुमार के द्वारा स्वागत किया गया। इसके बाद भारी संख्या में ग्रामीणों ने बैंड बाजे के साथ उनका भव्य स्वागत किया। जब पूनम अपने गांव तेलवारी पहुंची तो हाथों में झंडा लिए हुए वाहन पर खड़ी होकर सभी का अभिवादन करते आगे निकल रही थीं। घर पहुंचते ही उनके माता-पिता ने अपनी बेटी को आरती भी उतारी। बेटी ने अपनी टोपी को माता-पिता को पहनायी और आशीर्वाद लिया।
पूनम कुमारी काफी गरीब परिवार से आती हैं। उनके पिता प्रदेश में गार्ड की जॉब करते हैं और माता घर में गृहस्थी करती हैं। अपनी बेटी को फौज में सेलेक्शन के बाद वह काफी खुश हैं और गौरवान्वित अनुभव कर रही हैं। बता दें कि मनजीत फिजिकल एकेडमी इमामगंज में गरीब पुरुष युवतियों को मुफ़्त फौज में जाने का ट्रेनिंग दिया जाता है। मनजीत फिजिकल एकेडमी के नेतृत्वकर्ता मनजीत स्वयं आर्मी से रिटायर हैं और वह अपना एक मनजीत फिजिकल एकेडमी चलाते हैं।
बता दें कि मनजीत अपने गांव के बेरोजगार पुरुष युक्तियां को फौज में जाने की मुहिम चला रखी है। इस एकेडमी से पूनम कुमारी के साथ इसी क्षेत्र के तेतरिया गांव के रहने वाली संजू कुमारी का भी चयन हुआ है। वहीं, चुहावर गांव के रहने वाली नैंसी कुमारी भी सीमा सुरक्षा बल मैं ट्रेनिंग लेकर वापस लौटी हैं। इनके साथ ही जमुना गांव की रहने वाला सोलंकी कुमार का अग्निवीर में चयन हुआ है।