VIP उम्मीदवार को ज्यादा उत्साहित होना पड़ा महंगा
पूर्वी चंपारण। बिहार के पूर्वी चंपारण में लोकसभा चुनाव की भिन्न-भिन्न फोटोज़ देखने को मिल रही है। इसी बीच INDI गठबंधन के अंदर मोतिहारी सीट वीआईपी के टिकट से उम्मीदवार राजेश कुशवाहा का अधिक उत्साहित होना उन्हें महंगा पड़ गया है। अब चिकित्सक राजेश कुशवाहा पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मुद्दे में मजिस्ट्रेट के आवेदन पर 2-2 पुलिस स्टेशन केस दर्ज किया गया है।
दरअसल मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने केसरिया विधानसभा से राजद के पूर्व विधायक और लालू यादव के करीबी माने जाने वाले डॉ राजेश कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया। उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजेश कुशवाहा शनिवार को मोतिहारी के मेहसी पहुंचे थे। इस दौरान काफी संख्या में उनके समर्थक वहां उपस्थित थे। जानकारी के मुताबिक जैसे डॉ राजेश का काफिला आगे बढ़ा वैसे ही भारी संख्या में उनके समर्थकों का झुंड साथ चलता चला गया, देखते ही देखते उनका रोड शो एक बड़ा काफिला बन गया।
अनुमति नहीं लेने के कारण दर्ज हुई प्राथमिकी
जानकारी के मुताबिक राजेश कुशवाहा और उनके समर्थक वाहन पर पार्टी का झंडा लगाकर नारेबाजी करते हुए चकिया, मोतिहारी, अरेराज पहुंचे। कहा जाता है कि राजेश कुशवाहा ने इसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए चकिया एसडीओ ने कहा कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मुद्दे में मेहसी थाना में मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अनुमति लेना है जरूरी
एसडीओ ने कहा कि वीआईपी उम्मीदवार डॉ राजेश कुशवाहा ने परमिशन नहीं लिया था, जिसके वजह से आदर्श आचार संहिता उलंघन का मुद्दा बनता है। इसी को देखते हुए मेहसी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं अरेराज एसडीओ अरुण कुमार ने कहा कि वीआईपी उम्मीदवार डॉ राजेश कुशवाहा द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है। बिना अनुमति रोड शो, बड़ी संख्या में वाहन पर पार्टी का झंडा लगा कर भीड़ जमा करना यह आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मुद्दा है। इन सभी के लिए अनुमति लेना महत्वपूर्ण था।उन्होंने कहा कि इसी मुद्दे को लेकर उन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
राजेश कुशवाहा के बड़े-बड़े दावे
बता दें, राजेश कुशवाहा टिकट मिलने के पहले से ही उत्साहित हैं और 100 फीसदी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि पूर्वी चम्पारण में उनका मुकाबला 3 बार के लगातार सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह से है। पिछड़े समाज से आने वाले राजेश कुशवाहा जातीय समीकरण के हिसाब से यादव, मुस्लिम, कोयरी और निषाद समाज के वोट मिलने का दावा कर रहे हैं।