बेगूसराय में खेत में पौधे लगाने के लिए गद्दे खोदने के दौरान मिली भगवान शिव की मूर्ति
जिस प्रकार से झारखंड के देवघर में ईश्वर शिव ने उगना को गाय चराने के दौरान दर्शन दिए। ठीक इसी प्रकार बिहार के बेगूसराय में लालू यादव को बकरी चराने के दौरान खेत की कुदाल से जोताई के दौरान ईश्वर शिव की प्रतिमा प्राप्त हुई हैं
गांव में उस समय लोगों में हलचल मच गया, जब उन्हें यह पता लगा कि खेत में जुताई के दौरान ईश्वर शिव की मूर्ति निकली है। मूर्ति मिलने की समाचार क्षेत्र में फैलने के बाद मूर्ति को देखने के लिए आसपास के लोग भारी संख्या में जुट रहे हैं। सूचना मिलते ही आसपास के कई गांव के लोग एकत्रित हो गए और यहां दर्शन के लिए पहुंचने लगे। कई लोगों का दावा है कि नर्मदेश्वर शिवलिंग मिली है, तो कोई इसे अमरनाथ धाम से जोड़कर चर्चा कर रहा है। सभी अपना भिन्न-भिन्न तर्क व्यक्त कर रहे हैं। इसके साथ ही मूर्ति निकालने के बाद लोग अपनी-अपनी आस्था में लग गए हैं।
खेत में जुटाई के दौरान ईश्वर शिव की मिली प्रतिमा
बेगूसराय जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर खोदावंदपुर प्रखंड भीतर मेघौल पंचायत के विदुलियां की घटना बताई जा रही है। इसी गांव के मुरारी कुमार ने कहा कि हमारे गांव के लालू यादव को खेत की जुदाई के दौरान शिवलिंग प्राप्त हुई है। लालू यादव बकरी चराते हुए खेत में जुटाई का काम गांव के वशिष्ठ शर्मा के खेत में कर रहा था। वही यहां पूजा करने पहुंची उषा देवी ने कहा कि कुदाल से मिट्टी खोदने के दौरान ईश्वर शिव प्राप्त हुए हैं। जिन्होंने भी ईश्वर शिव की प्रतिमा को अपने हाथों में लिया, उन्हें काफी भारी लग रहा था और शरीर से पसीना निकल रहा था, जैसे मानो ईश्वर साक्षात प्रकट हुए हैं। ग्रामीणों का यह भी दावा है कि यह मूर्ति बहुत प्राचीन दिख रही है।
मालिक ने जमीन किया दान , गांववाले चंदा देकर बनाएंगे मंदिर
स्थानीय गांव के अन्य लोगों ने कहा कि जमीन वाले वशिष्ठ शर्मा ने जमीन ईश्वर भोलेनाथ के नाम दान कर दिया है। हम सब गांव वाले मिलकर चंदा एकत्रित कर यहां मंदिर बनाने का काम प्रारम्भ कर रहे हैं। वहीं क्षेत्रीय लोगों का यह भी दावा है कि जब से ईश्वर शिव यहां प्रकट हुए हैं, आसपास के कई गांव से लोग मन्नत मांगने आ रहे हैं।