पासपोर्ट बनवाने में बिहार के इस जिले ने किया टॉप
देश के कई मामलों को लेकर चर्चा में रहने वाला बिहार का सीवान जिला एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल 2023 में पासपोर्ट के लिए 3.90 लाख लोगों ने आवेदन किया था, जिसमें से 3 लाख 56 हजार लोगों के पासपोर्ट जारी किए गए। पासपोर्ट बनवाने में सीवान सबसे आगे रहा, जबकि पटना और गोपालगंज दूसरे और तीसरे जगह पर रहे। जिन आवेदनों को अस्वीकृत कर दिया गया, उसकी बड़ी वजह आवेदनों के साथ महत्वपूर्ण दस्तावेजों का ना होना या फिर महत्वपूर्ण दस्तावेजों के मिलान में त्रुटि मिलना रहा। वहीं पुलिस वेरिफिकेशन में पास नहीं करने की वजह से भी कई लोगों का पासपोर्ट निर्गत नहीं हो सका।
पासपोर्ट बनवाने में सीवान जिला टॉप पर
राज्य में पासपोर्ट बनवाने में सीवान जिला सबसे आगे रहा। यहां से बीते साल 39681 लोगों ने अपने पासपोर्ट बनवाए हैं। वहीं पटना से 34983 और गोपालगंज से 30733 लोगों ने पासपोर्ट बनवाए। जबकि, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा और पश्चिमी चंपारण का जगह इन तीन जिलों के नीचे रहा। बता दें कि राज्य के सभी 38 जिलों से बीते साल पासपोर्ट के लिए 3 लाख 90 हजार लोगों ने आवेदन दिया। जांच की प्रक्रिया के बाद इनमें से 3 लाख 56 हजार लोगों के आवेदन ठीक पाए गए और उनके पासपोर्ट जारी हुए।
सूत्राें की मानें, तो सीवान, गोपालगंज, दरभंगा और मधुबनी जैसे जिलों में आवेदकों की अधिक संख्या होने की प्रमुख वजह इन जिलों में खाड़ी राष्ट्रों में काम के लिए जाने वाले लोगों की है। वहीं, पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण से अधिक आवेदन आने की वजह क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से इन दोनों जिलों का बड़ा होना रहा। जबकि, राजधानी पटना से भी आवेदकों की संख्या अधिक रही। यहां से आवेदन करने वाले लोगों में प्रदेश के हर जिले के लोग शामिल थे।
बांका से बने सबसे कम पासपोर्ट
पासपोर्ट के लिए सबसे कम आवेदन बांका, शेखपुरा, लखीसराय और शिवहर जैसे छोटे जिलों से प्राप्त हुए। यहां के लोगों के लिए जारी होने वाले पासपोर्ट की संख्या भी सबसे कम रही। बीते साल अधिकांश महीनो में इन जिलों में 100 से भी कम पासपोर्ट जारी हुए। इन जिलों की कम जनसंख्या कम पासपोर्ट आवेदन की प्रमुख वजह रही। जारी किए गए आंकड़ों की मानें, तो सीवान से 39681, पटना से 34983, गोपालगंज से 30733, पूर्वी चंपारण से 20499, मधुबनी से 15921, दरभंगा से 14737 और पश्चिमी चंपारण से 14537 पासपोर्ट बनवाए गए। जबकि बांका से 47, शेखपुरा से 75, लखीसराय से 93 और शिवहर से 98 पासपोर्ट बनवाए गए