इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना हुआ महंगा, 16,000 रुपये तक बढ़ गई कीमतें
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों ने अपने वाहनों की मूल्य बढ़ाना प्रारम्भ कर दी हैं। गवर्नमेंट ने इलेक्ट्रिक गाड़ी निर्माता कंपनियों को दी जाने वाली सब्सिडी कम कर दी है। बता दें कि 31 मार्च, 2024 को फेम-2 सब्सिडी स्कीम (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) को खत्म हो गया है। इसके स्थान 1 अप्रैल से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (EMPS) लागू हो चुकी है।
इस कारण से एथर, टीवीएस, विडा और बजाज समेत कई अन्य इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों ने मूल्य में 16,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की है। हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक ने कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा नहीं की है। फिलहाल, कंपनी फेस्टिवल ऑफर में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर बेच रही है।
EMPS के अनुसार कितनी मिलेगी सब्सिडी?
EMPS के अनुसार गवर्नमेंट ने 500 करोड़ रुपये की सब्सिडी का फंड तैयार किया है। इसमें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर, इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और ई-रिक्शा पर नयी सब्सिडी निर्धारित की गई है। इसमें इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर्स को शामिल किए जाने की अभी जानकारी नहीं दी गई है।
नई योजना के अनुसार इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के लिए सब्सिडी 22,500 रुपये से घटाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। वहीं, इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और ई-रिक्शा के लिए सब्सिडी 25,000 रुपये और अधिक बैटरी क्षमता वाले इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स के लिए 50,000 रुपये निर्धारित की गई है।
नई योजना के अनुसार मिलेगी इतनी सब्सिडी
व्हीकल टाइप | क्वांटिटी | सब्सिडी (प्रति kWh) | कैप |
इलेक्ट्रिक दोपहिया गाड़ी (e2w) | ₹ 3.37 लाख | ₹ 5,000 | ₹ 10,000 |
इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स (e3w) | ₹ 41,306 | ₹ 5,000 | ₹ 25,000 |
इलेक्ट्रिक रिक्शा (ई रिक्शा) | ₹ 13,590 | ₹ 5,000 | ₹ 25,000 |
बड़े इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर (L5 e3w) | ₹ 25,238 | ₹ 5,000 | ₹ 50,000 |