कोटक बैंक की झोली में आई यह कंपनी, रॉकेट बना शेयर
प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड ने 537 करोड़ रुपये में सोनाटा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है. इस अधिग्रहण के साथ सोनाटा अब कोटक महिंद्रा बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गई है. बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया- बैंक ने एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी सोनाटा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (एनबीएफसी) की जारी तथा भुगतान की गई पूंजी का 100 फीसदी करीब 537 करोड़ रुपये में हासिल कर लिया है.
शेयर बना रॉकेट
इस समाचार के बीच गुरुवार को कोटक बैंक के शेयर पर निवेशक टूट पड़े. हफ्ते के अंतिम व्यवसायी दिन कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर एक प्रतिशत से अधिक चढ़कर 1797 रुपये के स्तर तक पहुंच गए. बता दें कि मई 2023 में शेयर की मूल्य 2,063 रुपये तक गई थी. यह शेयर के 52 सप्ताह का हाई भी है.
बैंक का शेयरहोल्डिंग पैटर्न
कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो 25.91 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है. इसी तरह, पब्लिक शेयरहोल्डिंग 74.09 प्रतिशत की है. कंपनी में प्रमोटर उदय कोटक की 25.71 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह 51,10,27,100 शेयर के बराबर है.
सोनाटा फाइनेंस के बारे में
सोनाटा फाइनेंस एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी या आरबीआई (RBI) के साथ रजिस्टर्ड स्मॉल फाइनेंस संस्थान है. कंपनी 10 राज्यों में 549 शाखाओं के माध्यम से काम करती है और 31 दिसंबर, 2023 तक इसके पास प्रबंधन के अनुसार संपत्ति (एयूएम) लगभग 2,620 करोड़ रुपये है. 20 अक्टूबर, 2023 को रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा को सोनाटा फाइनेंस के अधिग्रहण और इसे एक सहायक कंपनी बनाने की स्वीकृति दे दी थी.
कोटक ने इस कंपनी में बेची थी हिस्सेदारी
इसी महीने में कोटक महिंद्रा बैंक ने केफिन टेक्नोलॉजीज में दो फीसदी हिस्सेदारी 208 करोड़ रुपये में बेच दी है. आंकड़ों के अनुसार कोटक महिंद्रा बैंक ने 34,70,000 शेयर बेचे, जो कि केफिन टेक्नोलॉजीज में 2.03 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. शेयरों को औसतन 600.28 रुपये की मूल्य पर बेचा गया, जिससे लेनदेन का मूल्य 208.29 करोड़ रुपये बैठता है. इसके बाद केफिन टेक्नोलॉजीज में कोटक महिंद्रा बैंक की हिस्सेदारी 9.80 फीसदी हिस्सेदारी (दिसंबर, 2023 तक) से घटकर 7.77 फीसदी रह गई है.