मोदी सरकार ने बनाई विदेशी ई-कार भारत लाने से जुड़ी पॉलिसी
एलन मस्क की टेस्ला की भारतीय एंट्री के ऊपर वर्षों से मंडराने वाले काले बादल अब शीघ्र ही छंटने वाले हैं। पिछले कई वर्षों से भिन्न-भिन्न चुनौतियों का सामना करने वाली टेस्ला के लिए अब गवर्नमेंट ने स्वयं एंट्री का रास्ता खोल दिए है। दरअसल, केंद्र गवर्नमेंट ने राष्ट्र के अंदर इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और राष्ट्र को इस दिशा में बड़ा हब बनाने के लिए नया और बड़ा कदम उठाया है। गवर्नमेंट ने इलेक्ट्रिक व्हीकल की मैन्युफैक्चरिंग के लिए नयी इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति (New EV Policy) को स्वीकृति दे दी है। बताया जा रहा है कि गवर्नमेंट के इस कदम के बा टेस्ला के साथ दूसरा कई विदेशी कंपनियों के लिए हिंदुस्तान में एंट्री की राह सरल हो जाएगी।
इस नयी पॉलिसी की बात करें तो किसी भी विदेशी कंपनी को हिंदुस्तान में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा। कंपनियां इसके ऊपर कितना भी रुपया निवेश कर सकती हैं। यानी अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। इन कंपनियों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में कम से कम 25% कम्पोनेंट्स क्षेत्रीय तौर पर तैयार किए हुए इस्तेमाल करने होंगे। बता दें कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट 40,000 $ से अधिक लागत, बीमा और माल ढुलाई मूल्य वाली कारों पर 100% और उससे सस्ते वाहनों पर 70% इम्पोर्ट ड्यूटी लेती है।
नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की बड़ी बातें
1. कंपनियों को कम से कम 4,150 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। इससे हिंदुस्तान को ई-हब बनने में सहायता मिलेगी।
2. पॉलिसी कंपनियों को EV का व्यावसायिक प्रोडक्शन प्रारम्भ करने के लिए हिंदुस्तान में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए 3 वर्ष की अनुमति देती है।
3. इस पॉलिसी से राष्ट्र में तैयार होने वाले ईवी और दूसरे कम्पोनेंट से जुड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। कंपनियों को लोकल कम्पोनेंट को 5 वर्ष में बढ़ाकर 50% तक करने होंगे।
4. गवर्नमेंट ने कंपनियों को 35,000 $ से अधिक मूल्य वाली कारों पर 15% की कम सीमा शुल्क पर सालाना 8,000 ईवी तक आयात करने की अनुमति दी है।
5. इम्पोर्ट EV पर शुल्क छूट सीधे कंपनी के निवेश या PLI योजना के अनुसार समकक्ष प्रोत्साहन (6,484 करोड़ रुपए तक सीमित) मैन्युफैक्चरिंग कंपनी द्वारा किए गए निवेश तक सीमित है।
6. ये पॉलिसी 5 वर्षों में 40,000 ईवी की सीमा की रूपरेखा तैयार करती है, बशर्ते निवेश 800 मिलियन $ तक पहुंच जाए।
भारत में टेस्ला के 3 मॉडल की होगी एंट्री
टेस्ला भारतीय बाजार में आरंभ में 3 कारों को एक्सपोर्ट करके एंट्री करना चाहती हैं। इसमें मॉडल 3, मॉडल Y और एक नयी हैचबैक शामिल हैं। अमेरिकी बाजार में मॉडल 3 की मूल्य $39,000 (करीब 32.37 लाख रुपए), मॉडल Y की मूल्य $44,000 (करीब 36.52 लाख रुपए) और हैचबैक की मूल्य $25,000 (करीब 20.75 लाख रुपए) है। रियायती आयात शुल्क दिए जाने पर हिंदुस्तान में मॉडल 3 की मूल्य 38 लाख रुपए और मॉडल Y की मूल्य 43 लाख रुपए होने की आसार है।