बिज़नस

सेबी ने हिंडनबर्ग से पहले अदाणी के कंपनियों के शेयरों में शॉर्ट कारोबार का है आरोप

 भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा दो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के विरुद्ध जांच प्रारम्भ करने के बाद बुधवार को अदाणी समूह के शेयरों में स्थिरता रही. इन दो कंपनियों में एक पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से ठीक पहले समूह की कंपनियों के शेयरों में शॉर्ट कारोबार का इल्जाम है.

पूंजी बाजार नियामक ने विदेशी फंडों के इन दो भिन्न-भिन्न समूहों से “संभावित नियम उल्लंघन” के लिए स्पष्टीकरण मांगा है.

मामले के जानकार लोगों ने पहचान न बताने की शर्त पर कहा कि बाजार में हेरफेर के आरोपों का सामना कर रहे समूह पर शक है कि उसने अरबपति गौतम अडाणी की प्रतिनिधित्व वाली फर्मों के शेयरों में शॉर्ट कारोबार किया यानि बहुत कम समय के लिए बड़ी संख्या में शेयर खरीदकर मूल्य बढ़ाए और फिर मुनाफाखोरी कर शेयर बेच दिये क्योंकि उसे समाचार मिली थी कि शॉर्ट सेलर रिपोर्ट जल्द ही प्रकाशित की जाएगी.

उन्होंने फंड का नाम नहीं बताया.

निवेशकों के दूसरे समूह की जांच जून 2021 में अडाणी के शेयरों में भारी निवेश के लिए की जा रही है.

अडाणी समूह पहले ही इन फंडों के साथ किसी भी तरह के जुड़ाव से इनकार कर चुका है.

फंड का स्पष्टीकरण सुनने के बाद बाजार नियामक नयी जांच में आखिरी आदेश जारी करेगा.

सेबी या अदाणी समूह ने रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की. रिपोर्टों के अनुसार, सेबी ने फंडों पर अपने “अंतिम फायदेमंद मालिकों के बारे में जानकारी बनाए रखने और खुलासा करने में विफल रहने के साथ-साथ कुछ अवधि के दौरान अदाणी समूह की सूचीबद्ध संस्थाओं में निवेश सीमा का उल्लंघन करने” का इल्जाम लगाया है.

 

Related Articles

Back to top button