PHDCCI: देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 8.0 से 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने बुधवार को बोला कि राष्ट्र की आर्थिक वृद्धि रेट चालू वित्त साल में 8.0 से 8.3 फीसदी रहने का अनुमान है. उद्योग मंडल ने बोला कि राष्ट्र की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि रेट अगले 23 वर्ष तक औसतन 6.7 फीसदी की रेट से बढ़ेगी और 2047 तक इसके 34,700 अरब $ तक पहुंचने का अनुमान है. उस समय तक प्रति आदमी आय 21,000 $ होगी. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मुख्य अर्थशास्त्री एस पी शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘देश में वृद्धि के लिहाज से बुनियाद मजबूत है. इसके साथ हमारा चालू वित्त साल में जीडीपी वृद्धि रेट 8.0 से 8.3 फीसदी रहने का अनुमान है.’’
2035 के बाद से नीचे आएगी ग्रोथ
उन्होंने कहा, ‘‘2035 के बाद वृद्धि रेट उच्चस्तर से धीरे-धीरे नीचे आएगी और औसतन यह अगले 23 वर्ष 6.7 फीसदी रहेगी.’’ उद्योग मंडल ने एक रिपोर्ट में राष्ट्र को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सुझाव दिये. पीएचडी चैंबर ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए व्यापार करने की लागत को कम करने और फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों), सूचना प्रौद्योगिकी, गाड़ी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर क्षमता बढ़ाने की सिफारिश की है.
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की ग्रोथ पर हो ध्यान
साथ ही सेमीकंडक्टर उद्योग के विकास पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया है. इसके अलावा, स्टार्टअप परिवेश को लगातार योगदान देने का आह्वान किया है. निर्यात के लिए क्षमता बढ़ाने का सुझाव दिया गया है. इसके अनुसार अंतरराष्ट्रीय व्यापार में निर्यात मात्रा बढ़ाने के लिए संभावित 75 उत्पादों पर ध्यान देने की बात कही गयी है. उद्योग मंडल ने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए सुधार तरीकों का भी सुझाव दिया है. पीएचडी चैंबर ने 10-सूत्री सुझाव के अनुसार नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए 2047 तक स्थापित क्षमता को 1,500 गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) तक बढ़ाने की सिफारिश की है.