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आमिर खान डिवोर्स के बाद करियर ही नहीं बल्कि निजी जिंदगी में बनाकर रखते हैं बैलेंस

बॉलीवुड के मिस्टर परफैक्शनिस्ट आमिर खान फिल्म बनाते समय हर सीन को बारीकी से समझते हैं वो भूमिका के इमोशन और फीलिंग को हू-ब-बू पर्दे पर उतारते हुए सुपरहिट फिल्म देते रहे हैं करियर ही नहीं, वह निजी जीवन में भी बैलेंस बनाकर रखते हैं

हाल ही में उनकी बेटी इरा की विवाह हुई जहां वह अपनी दोनों एक्स वाइफ रीना दत्त और किरण राव के साथ सहज नजर आए लेकिन सबको आश्चर्य इस बात पर हुई कि 2021 में हुए आमिर और किरण के डिवोर्स के बाद भी दोनों एकसाथ खुश और मुस्कराते नजर आए?

सेलेब्रिटी करोड़ों लोगों के दिलों में बसते हैं फैंस उनके लुक्स, हेयरस्टाइल, फैशन स्टाइल यहां तक कि उनके फुटवियर से लेकर परफ्यूम तक हर चीज की नकल करने की प्रयास करते हैं सेलिब्रिटी जहां अपने तलाकशुदा संबंध को भी सम्मान से देखते और मुस्कुराकर मिलते हैं, वहीं आम आदमी ही नहीं, पूरा का पूरा परिवार तलाकशुदा रिश्तों से नजर बचाता फिरता है एक दूसरे को देखकर उनके अंदर कोई सम्मानजनक व्यवहार नजर नहीं आता सेलिब्रिटी तलाकशुदा रिश्तों को लेकर सम्मानजनक व्यवहार करते हैं, लेकिन आम आदमी उनके इस अच्छे व्यवहार को अपनी जीवन में नहीं अपना पाता

असल जीवन में आम आदमी यदि तलाक से गुजरे तो वह अपने तलाकशुदा संबंध को सिर्फ़ नफरत की भावना से देखते हैं

आमिर खान और किरण राव से सीख लें

आमिर खान और किरण राव का डिवोर्स जुलाई 2021 में हुआ था इसके बाद भी दोनों अक्सर साथ दिखते हैं आमिर ने इस पर एक साक्षात्कार में बोला कि ‘ये कोई चिकित्सक ने बोला है कि डिवोर्स हो जाता है तो आप फौरन शत्रु हो जाते हैं? ये मेरी खुशनसीबी है कि मेरी जीवन में किरण आई और हमने इस यात्रा में एक दूसरे से बहुत कुछ सीखा जिसने हमारी लाइफ को खुशनुमा बनाया इस यात्रा के दौरान हम दोनों ने साथ मिलकर पर्सनल और अपने काम के स्तर पर बहुत तरक्की की हम मानवता और जज्बाती तौर पर आज भी जुड़े हुए हैं और हमेशा जुड़े रहेंगे हम परिवार की तरह हैं

पिछले वर्ष आमिर खान ने ‘कॉफी विद करण’ शो में खुलासा किया था कि वह सप्ताह में एक दिन अपनी दोनों एक्स वाइफ रीना दत्ता और किरण राव से जरूर मिलते हैं क्योंकि वह दोनों का बहुत सम्मान करते हैं

हर आदमी का व्यवहार अलग

रिलेशनशिप काउंसलर डाक्टर गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि आम लोगों के लिए सेलिब्रिटीज का स्टाइल, कपड़े या जूतों को कॉपी करना सरल है क्योंकि यह चीजें पैसों से खरीदी जाती है लेकिन जब बात संबंध निभाने की आती है तो यह बात आदमी के स्वभाव और सोच से जुड़ जाती है

व्यक्ति अपना नेचर कभी नहीं बदल सकता इसलिए वह सेलेब्स से एक्स के साथ पॉजिटिव रिलेशनशिप की सीख को अपनी जीवन में शामिल नहीं कर पाता और यह उनके लिए कठिन है

सेलेब्स के पास ऑप्शन नहीं

बॉलीवुड एक्सपर्ट करण तौरानी मानते हैं कि सेलेब्स का अपने एक्स के साथ हेल्दी रिलेशनशिप कायम करना विवशता है क्योंकि मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री इंडस्ट्री बहुत छोटी है और हर किसी को कभी ना कभी एक दूसरे से काम पड़ सकता है

वहीं, सेलिब्रिटी पब्लिक फिगर होते हैं उन्हें अपनी इमेज को लेकर अलर्ट रहना पड़ता है वह गलत कारणों की वजह से सुर्खियों में नहीं रहना चाहते क्योंकि इससे उनकी इमेज और काम पर असर पड़ता है

बच्चों के लिए नहीं बिगाड़ते रिश्ते

सेलिब्रिटी आम लोगों की तरह ही मां-बाप भी होते हैं वह अपने बच्चों की अच्छी परवरिश करना चाहते हैं बच्चे भी अपने मां-पापा को साथ देखना चाहते हैं इसलिए सेलिब्रिटी बच्चों की खातिर कभी एक साथ डिनर करते दिखते हैं और कभी छुट्टी मनाते देखे जाते हैं अधिकांश सेलेब्स अपने बच्चों की जीवन के निर्णय में एक्स की राय को शामिल करते हैं

एक्स से दोस्ती मैच्योरिटी की निशानी

अक्सर लोग समझते हैं कि 18 वर्ष की उम्र के बाद जो रिश्ता बनता है, वह समझदारी भरा होता है जबकि यह समझदारी उम्र के एक पड़ाव के बाद ही आती है समझदारी सीधे तौर पर स्वभाव से जुड़ती है समझदार बनने पर आदमी को एक दूसरे को माफ करना सरल हो जाता है वह समय के साथ कड़वाहट के कम होने को महसूस कर सकता है

उसकी सोच जीवन में आगे बढ़ने की हौसला देती है जिससे कड़वाहट कम होती है बेहतर होगा कि अपने पुराने असफल रिश्तों से सीख लें और जीवन में बढ़ें इसे ही मूवऑन करना कहते हैं मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं, बिजनेस और कॉर्पोरेट जगत में काम करने वाले कई लोग अपने एक्स पार्टनर के अच्छे दोस्त हैं क्योंकि वह दिमाग से मैच्योर हैं

मुश्किल नहीं एक्स पार्टनर से दोस्ती

मनोचिकित्सक अवनि तिवारी कहती हैं कि सेलिब्रिटी पैसे के मुद्दे में आत्मनिर्भर होते हैं तलाकशुदा का लेबल लगना उनके लिए लज्जा की बात नहीं है लेकिन आम लोगों के लिए तलाक का मतलब है-काला धब्बा और इसके लिए उत्तरदायी उनका रिश्ता और पार्टनर होता है

आम लोग एक्स पार्टनर को शत्रु मान बैठते हैं लेकिन उन्हें यह बात समझने की आवश्यकता है कि यदि पति-पत्नी के बीच अच्छा रिश्ता न रहा हो और बेहतर समझदारी नहीं रही हो तो महत्वपूर्ण नहीं कि सामने वाला आदमी गलत ही हो इसका मतलब है कि आप एक-दूसरे से अलग हैं और आपकी सोच भी मेल नहीं खाती यदि संबंध की आरंभ या अंत कड़वाहट से हो तो जिंदगीभर मन से इसे दूर कर पाना और दुआ सलाम का रिश्ता निभाना भी कठिन होता है

बेहतर है कि एक्स के लिए मन से दुर्भावनाएं निकाल दें और दोस्ती की नयी आरंभ करें एक दूसरे को माफ करने से ही दोस्ताना संबंध कायम हो सकते हैं अहम को बीच में नहीं लाएंगे और पुरानी बातें याद नहीं करेंगे तो जीवन सरल होगी

तलाक की वजह पर निर्भर एक्स पार्टनर से रिश्ता

डॉक्टर गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि तलाक के बाद एक्स वाइफ या एक्स हसबैंड से कैसा रिश्ता रहेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि डिवोर्स किन वजहों से हुआ? यदि वजह विश्वासघात देना या घरेलू अत्याचार हो तो तलाक के बाद एक्स के लिए मन कड़वाहट रहती ही है लेकिन यदि आदमी इस बात को स्वीकार कर लें कि वह एक-दूसरे के लिए नहीं बने हैं तो अलगाव को सुंदर मोड़ पर छोड़ना सरल होता है

दोस्ती से पहले अपनी सीमाएं पहचानें

अगर कोई पुराना तलाकशुदा संबंध से दोस्ती कायम करना चाहता है तो सबसे पहले अपनी भावनाओं के साथ निष्ठावान रहें और अपनी सीमाएं पहचानें और तय करें यह याद रखें कि जिसका आप साथ छोड़ चुके हैं, वहां आप अपना भविष्य नहीं खोज सकते वह बीता हुआ कल है इसलिए उनसे रोमांटिक होने या उन्हें छूने की प्रयास ना करें अपने और उनके बीच दूरी रखें और अपनी पर्सनल बातों को उनसे एक लिमिट तक ही शेयर करें

साथ ही स्वयं से यह भी प्रश्न करें कि साथ छोड़ चुके उस संबंध से आपको वापस दोस्ती किस लिए करनी है यदि दिल में बदले की भावना है या गुस्सा है तो दोस्ती के बारे में एकदम न सोचें क्योंकि ये बातें मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डालेंगी

सेलेब्रिटीज को एक्स-पार्टनर के साथ देखना आम लोगों के लिए एक मनोरंजन भर है लेकिन यदि फैंस वाकई में उनसे प्रभावित हैं तो उन्हें अपने फेवरेट स्टार की तरह बड़ा दिल रखना भी सीखना चाहिए यदि वह सेलिब्रिटी से रिश्तों में पॉजिटिव रहने के लिए मोटिवेट होंगे तो उनकी सोच भी सीमित नहीं रहेगी और वह समाज की छोटी सोच से अपने आप को बाहर निकालने में आदमी सफल होगा

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