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Poonam Dhillon Birthday Special : देख डालिए एक्ट्रेस की ये शानदार फिल्में

महज 16 वर्ष की उम्र में हिंदी सिनेमा में अपने करियर की आरंभ करने वाली अदाकारा पूनम ढिल्लों की गिनती उस समय की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में की जाती है. कानपुर में जन्मी पूनम आज 59 वर्ष की हो गई हैं लेकिन उनकी त्वचा से अभी भी उनकी उम्र का पता नहीं चलता है. 1977 में फेमिना मिस इण्डिया का खिताब जीतने के बाद पूनम के पीछे फिल्मों की कतार लग गई. उन्होंने फिल्मों में अपने भूमिका तो स्वयं निभाए ही, कई अभिनेत्रियों के रोल भी छीन लिए. अपने करियर की दूसरी फिल्म ‘नूरी’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अदाकारा के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया. फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने सिनेमाघर और छोटे पर्दे पर भी अपनी अभिनय का जलवा बिखेरा आज हम आपको इस महान अदाकारा के 10 दमदार किरदारों के बारे में बताएंगे.


फ़िल्म: त्रिशूल (1978)

यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस सुपरहिट फिल्म से पूनम ने अपने फिल्मी करियर की आरंभ की थी. अपनी पहली ही फिल्म में पूनम शशि कपूर के साथ रोमांटिक जोड़ी में नजर आईं इस फिल्म का एक किस्सा काफी प्रसिद्ध हुआ था. फिल्म की शूटिंग के दौरान शशि कपूर को पूनम को थप्पड़ मारना पड़ा था. लेकिन वैसे पूनम फिल्मों में नयी थीं, इसलिए शशि कपूर का मानना था कि वह फिल्मी थप्पड़ और वास्तविक थप्पड़ के बीच अंतर नहीं कर पाएंगी. तो उसने पूनम से बोला कि वह सच में उसे थप्पड़ मारेगा शशि ने वैसा ही किया. उन्होंने पूनम को जोरदार थप्पड़ मारा और उनके गाल पर किस भी किया.


फ़िल्म: सोनी महिवाल (1984)

उमेश मिश्रा और लतीफ़ फ़ैज़िएव द्वारा निर्देशित इस फ़िल्म में पूनम ने सोनी का मुख्य भूमिका निभाया था. इस फिल्म में सोनी के भूमिका के लिए डिंपल कपाड़िया निर्देशक की पहली पसंद थीं. लेकिन जब उन्होंने इंकार कर दिया तो ये फिल्म पूनम को मिल गई. हालांकि जब ये फिल्म पूनम को सुनाई गई तो उन्होंने भी इस फिल्म के लिए इंकार कर दिया. उनका मानना था कि यह फिल्म पूरी तरह से महिवाल के भूमिका में सनी देओल के इर्द-गिर्द घूमती है. इस फिल्म में उनके करने को कुछ नहीं है काफी मनाने के बाद ही पूनम इस फिल्म के लिए राजी हुईं.

फ़िल्म: कर्मा (1986)
सुभाष भाई की इस ब्लॉकबस्टर फिल्म में पूनम ढिल्लों को अनिल कपूर की गर्लफ्रेंड का रोल मिला था. इस फिल्म में फिल्म निर्देशक सुभाष घई के लिए पूनम पहली पसंद नहीं थीं. वे चाहते थे कि फरहा नाज़ गांव की एक मासूम लड़की का भूमिका निभाएं. जब यह बात यश चोपड़ा को पता चली तो उन्होंने सुभाष भाई को ऐसा करने से इंकार किया. पूनम भी सुभाष से मिलीं और उनसे पूछा कि उस रोल के लिए उनमें क्या कमी है? सुभाष घई ने भी इस बारे में सोचा और उन्हें लगा कि पूनम इस भूमिका को अच्छे से निभा सकती हैं. ऐसे में उन्होंने तुरंत ही पूनम को साइन कर लिया.

फ़िल्म: नाम (1986)
निर्देशक महेश भट्ट की इस सुपरहिट फिल्म का हिस्सा पूनम ढिल्लन भी थीं. इस फिल्म में पूनम का अधिक लंबा रोल नहीं था. इस बात से पूनम काफी नाराज थी जब इस फिल्म की स्क्रिप्ट पूनम को सुनाई गई तो उनका भूमिका कुछ अलग था. लेकिन, जब इस फिल्म को कैमरे से शूट किया गया तो उनका भूमिका काफी छोटा कर दिया गया. महेश भट्ट चाहते थे कि इस फिल्म में पूनम को स्पेशल अपीयरेंस देकर बाहर कर दिया जाए. लेकिन ऐसा नहीं हो सका फिल्म के निर्माता कुमार गौरव के पिता राजेंद्र कुमार भी फिल्म में पूनम की स्थान फरहा नाज को लेना चाहते थे. लेकिन उन पर भी यश चोपड़ा का दबाव था इसलिए उन्होंने पूनम को फिल्म में साइन कर लिया.


फ़िल्म: समंदर (1986)

राहुल रवैल द्वारा निर्देशित इस फिल्म का निर्माण मुशीर-रियाज़ ने किया है. इस फिल्म में पूनम ‘सोनी महिवाल’ के बाद एक बार फिर सनी देओल के साथ नजर आईं. इस फिल्म में उनके अतिरिक्त अमरीश पुरी, नवीन निश्चल ने भी मुख्य किरदार निभाई थी आपको जानकर आश्चर्य होगी कि फिल्म के डायरेक्टर राहुल रवैल ने इस फिल्म में सनी देओल और पूनम ढिल्लन के बीच बहुत इंटीमेट सीन फिल्माया था. लेकिन, बाद में उन्होंने इस सीन को अपनी फिल्म से हटा दिया. उनका मानना था कि ये सीन आज के रूढ़िवादी दर्शकों के लिए उपयुक्त नहीं है. ये भी कमाल की बात है कि राहुल ने इस फिल्म के लिए पूनम से पहले दिव्या राणा को चुना था लेकिन, उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट के अनुसार बिकिनी पहनने से इनकार कर दिया. क्योंकि उन्हें ऐसे कपड़े पहनने में असहजता महसूस हो रही थी.

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