इन वेजिटेरियन फूड से शरीर के कतरे-कतरे में भर जाएगा प्रोटीन
इसमें कोई संदेह नहीं कि चिकन, मटन, फिश, अंडा प्रोटीन का जबरदस्त साधन है। लेकिन हिंदुस्तान में बहुत से लोग बेजिटेरियन होते हैं। वे न तो चिकन-मटन खाते हैं न ही अंडा। तो फिर प्रोटीन हमारे शरीर को कैसे मिलेगा। अधिकतर लोग यही सोचते हैं कि प्रोटीन केवल इन्हीं चीजों में है जबकि ऐसा एकदम नहीं है। बेजिटेरियन में भी इतने तरह के फूड होते हैं कि इसमें चिकन-मटन से किसी भी हाल में कम प्रोटीन नहीं रहता। प्रोटीन हमारे शरीर के लगभग कतरे-कतरे में रहता है। यह शरीर को एक तरह से शेप देता है। मसल्स में सबसे अधिक प्रोटीन रहता है। कठिन यह है कि हमारे राष्ट्र में ज्यादातर लोगों में प्रोटीन की कमी रहती है। इसलिए हम यहां कुछ ऐसे फूड के बारे में बताएंगे जो प्रोटीन का खजाना है। इन फूड में से किसी एक को भी दिन में खा लिए तो प्रोटीन की शरीर में कोई कमी नहीं होगी और बायशेप, ट्राईशेप भी सरलता से बन जाएगा।
प्रोटीन से भरा ये वेजिटेरियन
1. स्प्रॉउटस-दिन में यदि थोड़ा सा भी स्प्रॉउट खा लेंगे तो शरीर में प्रोटीन की कमी कभी नहीं होगी। स्प्रॉउट मूंग, चना, कॉर्न, बाजरा आदि को अंकुरित कर बनाया जाता है। इन साबुत अनाजों में सबसे अधिक प्रोटीन होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार स्प्राउट में उपस्थित प्रोटीन और कार्बोहाइड्रैट्स पाचन तंत्र को बहुत मजबूत करता है। जब ये अनाज अंकुरित हो जाते हैं तो यह पाचन वाले एंजाइम को बढ़ा देते हैं जिससे डाइजेशन मजबूत हो जाता है। इसके साथ ही यह हार्ट और लिवर के लिए भी लाभ वाला है।
2.सोया बींस-बीबीसी गुड फूड के अनुसार सोया बींस में प्रोटीन का खजाना है। केवल 80 ग्राम सोयाबींस में 8.7 ग्राम सही प्रोटीन को प्राप्त कर सकते हैं। सोयाबींस को मटन की रेसिपी की तरह ही यदि बनाया जाए तो यह बहुत टेस्टी भी होता है। प्रोटीन के अतिरिक्त भी सोयाबींस में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। सोयाबींस से ही टोफू बनाया जाता है। टोफू भी प्रोटीन से भरा हुआ खाद्य पदार्थ है।
3. चना- छोले, दाल- दाल की श्रेणी में जितने फूड आते हैं वह प्रोटीन से भरा होता है। हिंदुस्तान में दाल को गरीबों का दूध बोला जाता है। आप अपने भोजन में प्रतिदिन दाल को शामिल करेंगे तो कभी प्रोटीन की कमी नहीं होगी। 80 ग्राम छोले में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें डायट्री फाइबर भी बहुत होता है जो पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है।
4. मूंगफली- मूंगफली भी एक तरह से गरीबों का बादाम है। वैसे मूंगफली बादाम की तुलना में सस्ती होती है इसलिए यह हर कोई खा सकता है। मूंगफली प्रोटीन का बेहतरीन साधन है। मूंगफली फलीदार सब्जियों की श्रेणी में आती है। 2 चम्मच मूंगफली बटर में 8 ग्राम प्रोटीन उपस्थित रहता है। यही कारण है कि मूंगफली प्रोटीन का खजाना है। मूंगफली को स्नेक्स के रूप में खाया जा सकता है।
5. बादाम-बादाम के बारे में हर कोई जानता है कि यह प्रोटीन से लबालब भरा होता है। 25 ग्राम बादाम में 6 ग्राम प्रोटीन होता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना अधिक ताकतवर होता है। बादाम कई रोंगों के जोखिम से बचाता है। बादाम से हार्ट संबंधी बीमारियां और हाई कोलेस्ट्रॉल का रिस्क कम होता है। बादाम के अतिरिक्त हर तरह के ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन भरा होता है।