करिश्माई पेड़! छाल, फूल-पत्ते सबमें कूट-कूटकर भरे हैं औषधीय गुण
अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाने वाला पारिजात या हरसिंगार गठिया जैसी रोग के लिए रामबाण औषधि माना जाता है। गठिया की कठिनाई में हरसिंगार का काढ़ा काफी लाभ वाला साबित होता है। जानकारों के मुताबिक पारिजात का सेवन करने से गठिया जैसी बिमारी दस दिन में ठीक हो सकती है। यह पौधा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और दर्द को कम करने से लेकर सर्दी-खांसी, बुखार तक में राहत देता है।
आयुर्वेद के जानकार प्रोफेसर डाक्टर विनय खुल्लर ने मीडिया को कहा कि हरसिंगार विभिन्न स्वास्थ्य लाभों वाला पेड़ है। हरसिंगार के पेड़ में सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान होता है। उन्होंने कहा कि इसके सेवन से गठिया, साइटिका, स्पॉन्डिलाइटिस जैसी बिमारियों को ठीक किया जा सकता है। इसके पत्ते, फूल, लकड़ी सब लाभदायक होते हैं। नियमित रूप से इसका काढ़ा पीने से शरीर स्वस्थ रहता है।
क्या है पारिजात
पारिजात को हरसिंगार या रात में खिलने वाली चमेली के नाम से भी जाना जाता है। यह सुगंधित सफेद फूलों वाला पेड़ है। यह पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसकी पत्तियां, छाल और फूल साइटिका, गठिया से लेकर पेट के कीड़ों तक कई रोंगों को ठीक करने में सहायता करते हैं।
कैसे करें उपयोग
पारिजात के पत्ते, छाल, फूल, लगभग 5 ग्राम लेकर 200 ग्राम पानी में उबाल लें। जब पानी घटकर एक चौथाई रह जाता है, तो उसे निकालकर छान लें और उसका सेवन करें।