स्वास्थ्य

बिना किसी सर्जरी के घर पर ही किडनी स्टोन को करे इस तरह दूर

‘इन’ जूस के सेवन से किडनी की पथरी सरलता से पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाएगी; किसी ऑपरेशन की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी.

किडनी में पथरी होने पर आदमी को बहुत अधिक दर्द का अनुभव होता है. यह एक ऐसी रोग है जो आपके मूत्राशय से संबंधित है और पथरी किसी को भी कभी भी हो सकती है.

यदि किडनी में पथरी लंबे समय तक बनी रहे तो इसका अन्य अंगों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. इसलिए इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए चिकित्सक हमें अधिक पानी पीने की राय देते हैं और दर्द प्रारम्भ होने पर चिकित्सक द्वारा बताई गई कुछ दवाएं भी लेने की राय देते हैं. मूत्र पथ में किडनी की पथरी जमा होने से भविष्य में पेशाब से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं.

नीचे दिए गए जूस का घर पर सेवन करने से किडनी की पथरी बिना किसी दवा या सर्जरी के सरलता से पेशाब के रास्ते निकल सकती है. किडनी की पथरी को दवाइयों से तो दूर किया ही जा सकता है लेकिन हम घरेलू तरीकों से भी किडनी की पथरी को दूर कर सकते हैं. तो आइए कर्मा आयुर्वेदा के संस्थापक डाक्टर पुनीत धवन से सीखें कि बिना किसी सर्जरी के घर पर ही किडनी स्टोन को कैसे दूर किया जाए.आज ही मेरी उनसे बात हुई है.

अनार का ज्यूस – डॉ पुनीत धवन के अनुसार, अनार के जूस का सेवन किडनी की सुचारू कार्यप्रणाली के लिए सालों से लाभ वाला रहा है और अनार के जूस का नियमित सेवन किडनी की पथरी को दूर करने में सहायता करता है और आपके शरीर से सभी प्रकार के विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालता है. यह अनार का जूस एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. यदि आप गुर्दे की पथरी के किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो यह रस पथरी को बनने से रोकता है और आपके मूत्र में अम्लता के स्तर को भी कम करता है.

नींबू का रस – आयुर्वेद अध्ययन के मुताबिक किडनी की पथरी को दूर करने के लिए नियमित रूप से नींबू पानी का सेवन करना चाहिए. नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जो हमारे शरीर में कैल्शियम से पथरी बनने से रोकता है. साइट्रिक एसिड पथरी को तोड़ता है और इस प्रकार उनकी गतिशीलता को बढ़ाता है जिससे ये पथरी मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाती है. नींबू के रस के हमारे शरीर के लिए कई इस्तेमाल हैं. यदि आप नियमित रूप से नींबू पानी का सेवन करते हैं तो यह नींबू का रस आपके शरीर से बैक्टीरिया को दूर करने की शक्ति रखता है. साथ ही, नींबू के रस में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है.

तुलसी के पत्तों का ज्यूस

– आयुर्वेद में तुलसी के कई इस्तेमाल बताए गए हैं और चिकित्सा विज्ञान में भी तुलसी को उपयोगी माना गया है. डॉ पुनीत धवन के मुताबिक, तुलसी की पत्तियों में एसिटिक एसिड होता है, जो किडनी की पथरी को गलाने में सहायता करता है और दर्द से राहत दिलाता है. तुलसी के पत्तों में कई पोषक तत्व उपस्थित होते हैं जो आपके शरीर में पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए काम आते हैं और यदि आपके शरीर में किसी भी तरह की सूजन है तो उसे भी तुलसी के पत्ते ठीक कर देते हैं. तुलसी के पत्तों से दूर करता है. तुलसी के पत्ते के रस में एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हमारे शरीर को किडनी के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता करते हैं.

व्हीटग्रास ज्यूस –

डॉ पुनीत धवन के अनुसार, गेहूं के घास के रस में कई पोषक तत्व होते हैं जो कई सालों से हमारे शरीर और स्वास्थ्य की सहायता कर रहे हैं और आयुर्वेद में भी गेहूं के घास को जरूरी जगह दिया गया है.अध्ययनों के अनुसार, गेहूं की घास में कई गुण होते हैं जो हमारे शरीर में गुर्दे की पथरी को घोलने और हमारे मूत्र पथ को साफ रखने में सहायता करते हैं. व्हीटग्रास जूस का नियमित सेवन आपकी किडनी की आंतरिक सफाई में भी सहायता करता है और इसलिए रोज सुबह खाली पेट एक गिलास व्हीटग्रास जूस पिएं.

पत्थरचट्टा ज्यूस – पत्थरचट्टा के पत्तों से निकाला गया रस, पत्थरचट्टा रस कहलाता है. आयुर्वेद में, पत्थर को घोलने की क्षमता होने की वजह से इस पौधे का नाम पथरचट्टा पड़ा. यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी भी है.पथरचट्टा में कई तरह के स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं. इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर के अलावा, आयरन, कॉपर, जिंक, पोटैशियम, निकेल, कैल्शियम, सोडियम, लीड, कैडमियम जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं.पत्थरचट्टा के पत्तों का काढ़ा बनाकर, उसमें शहद और शिलाजीत मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें और फिर थोड़ी-थोड़ी देर पर इसका सेवन करते रहने से किडनी की पथरी की परेशानी दूर होती है. आपको यदि पत्थरचट्टा नहीं मिल रहा तो कोई बात नहीं कृष्णा आयुर्वेद का Patharchatadi Swaras (पथरचटादि स्वरस( स्टोन क्रकर)) बाजार मे आयुर्वेदिक स्टोर पर मौजूद हैं.

भुट्टे के बाल – कई लोग इसे भुट्टे की मुच्छा भी कहते है. आपको भुट्टे के बाल ५० ग्राम लेने हैं. एक कटोरे में एक ग्लास पानी लें ,इस पानी में भुट्टे के बाल मिला दें. १०-१५ मिनिट अच्छे से उबालें. अब इस पानी को दूसरी कटोरी मे छान लें. अब बाल वाले कटोरी में फिर से एक ग्लास पानी डालें ,इसे १०-१५ मिनिट तक उबाले और छान लें. ये प्रक्रिया ३ बार करें. सुबह खाली पेट एक ग्लास का सेवन करें,बाद में हल्का खाना खायें. दोपहर और शाम को एक एक ग्लास सेवन करें. दिनभर हल्का खाना खाना हैं. इस तरीका को आपको २० दिन में एक बार करना हैं. पहली बार में ही आपकी पथरी कम होना शुरु होगी. धीरे धीरे करके पेशाब में से पथरी निकल जाएगी.

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नोट: यह लेख सिर्फ़ सामान्य जानकारी के लिए है और इसमें किसी चिकित्सीय इलाज का दावा नहीं किया गया है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श लें और उनकी राय के मुताबिक मुनासिब परिवर्तन करें.

 

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