यूपी के इस जिले में तेजी से फैल रही यह बीमारी
मऊ: गर्मियों का मौसम प्रारम्भ हो गया है और जिले में मंप्स और चेचक के रोगी तेजी से बढ़ने लगे हैं. इस समय रोजाना जिला हॉस्पिटल में 20-25 रोगी आ रहे हैं. यदि एक महीने में रोगियों की बात की जाए, तो लगभग 700 रोगी चेचक के उपचार के लिए ओपीडी पहुंचे हैं. होम्योपैथिक विभाग में तैनात चिकित्सक उमेश सिंह बताते हैं कि गर्मियों की आरंभ में इसका प्रकोप अधिक रहता है. इन रोंगों के लिए होम्योपैथिक दवाएं काफी असरदार होती हैं. इन रोंगों से बचने के लिए होम्योपैथ में काफी अच्छी दवाएं आती हैं. यदि इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की राय पर किया जाए, तो काफी अच्छा परिणाम मिलता है.
ये है रोग का लक्षण
डॉक्टर उमेश सिंह ने कहा कि मंप्स या गलसुआ एक वायरस जनित रोग है. इससे प्रभावित आदमी को बुखार होता है और मुंह पूरा नहीं खुल पाता. गले और कान के आस पास दर्द होता है, तथा कुछ भी निगलने में कठिनाई होती है. इसी तरह स्मॉल पॉक्स या चेचक की रोग में भी आदमी को बुखार आता है और उसके शरीर पर दाने निकल आते हैं. इन दोनों रोंगों में ही प्रभावित आदमी को निरोग लोगों से अलग रखना चाहिए तथा उनकी साफ सफाई का ध्यान रखते हुए डॉक्टर के पास ले जा कर उनका उपचार कराना चाहिए.
खान पान का रखें विशेष ध्यान
इससे बचने के लिए अधिक से अधिक पानी वाली चीजे खाएं. क्योंकि गर्मी बहुत तेजी से पड़ रही है. पानी अधिक से अधिक पीना चाहिए और साफ सफाई का विशेष ध्यान दें. इसमें बिस्तर को हमेशा साफ रखें. इसमें बिस्तर पर नीम की पत्ती भी रखी जाती है. दरवाजे पर प्याज भी बांधकर रखा जाता है, जिससे रोकथाम होती है.
इन रोगों में होम्योपैथिक की यह दवा है काफी कारगर
बाकी व्यक्तियों को यह बीमारी न फैले, इसके लिए डॉक्टर की राय पर बेलोरिना दवा दी जानी चाहिए.इस तरह हम साफ सफाई इत्यादि का ध्यान रख कर और पहले से ही प्रिवेंटिव दवाएं लेकर इस बीमारी से बच सकते हैं.