इस विटामिन की मात्रा ज्यादा होने से लीवर हो सकता है डैमेज
Liver Damage In Hindi: लीवर बॉडी के सबसे अहम हिस्सों में से एक होता है। यह खाने को पचाने से लेकर बॉडी के टॉक्सिन को निकालने के साथ खूने के फ्लो को मेंटेन रखने के प्रोसेस में सहायता करता है। ऐसे में इसका डैमेज होना शरीर के लिए बहुत ही घातक साबित होता है।
हालांकि डैमेज यदि कम हो तो इसे उपचार की सहायता से सप्ताह या महीने भर में ठीक किया जा सकता है। लेकिन डैमेज होने पर रिप्लेसमेंट के अतिरिक्त दूसरा विकल्प नहीं रह जाता है। ऐसे में उन चीजों से बचाव महत्वपूर्ण है, जो लीवर को खराब करना करने का काम करते हैं। इसमें खराब खानपान, शराब का सेवन समेत विटामिन बी 3 का ओवरडोज भी शामिल है।
क्या है विटामिन बी3
मायो क्लिनिक के अनुसार, नियासिन को विटामिन बी3 बोला जाता है, यह भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए आपके शरीर द्वारा बनाया और इस्तेमाल किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह तंत्रिका तंत्र, पाचन तंत्र और त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायता करता है।
रोज कितनी मात्रा में होती बी3 की जरूरत
हार्वर्ड के अनुसार, 19 प्लस मर्दों को 16mg और स्त्रियों को 14mg रोजाना बी3 की आवश्यकता होती है। वहीं, प्रेग्नेंट स्त्री को 18mg और स्तनपान करवाने वाली स्त्रियों को 17mg नियासिन की जरूरत होती है।
बी3 के ओवरडोज की आसार कब होती है
बी3 के नेचुरल सोर्स जैसे खमीर, दूध, मांस, टॉर्टिला और अनाज से बॉडी में कभी भी इसकी मात्रा आवश्यकता से अधिक नहीं होती है। लेकिन यदि आप बिना चिकित्सक से परामर्श किए इसका सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो इसके ओवरडोज की आसार बढ़ जाती है।
बॉडी में बी3 अधिक होने के संकेत
- चक्कर आना
- त्वचा का लाल होना
- तेज धड़कन
- खुजली
- मतली और उल्टी
- पेट में दर्द
- दस्त
- गाउट
ऐसे पहचानें लीवर पर मंडरा रहा है खतरा
लीवर के हेल्थ को चेक करने के लिए आप हर 6 महीने में लीवर फंक्शन पैनल टेस्ट करवा सकते हैं। इसमें आपको लीवर से जुड़ी हर गड़बड़ी के बारे में सरलता से पता लग जाता है।