गर्मी में हीट स्ट्रोक से कैसे बचें, यहाँ जानिए लक्षण और उपाय
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने मई और जून के लिए हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। भयंकर गर्मी से क़ई लोगो को हीट स्ट्रोक, लू लगने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बढ़ती गर्मी में आप हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं। वहीं, क़ई लोगों को बेहोशी जैसी दिक्कतें भी होती हैं। आदमी को अधिक गर्मी लगती है, तो उसे पसीना आता है। लेकिन एक स्थिति ऐसी भी होती है जब पसीना आना बंद हो जाता है और आदमी की शरीर में बढ़ने वाला तापमान उसके लिए बहुत नुकसानदायक होता है। सामान्य से अधिक तापमान होने से बॉडी का मैकेनिज्म और संतुलन बिगड़ जाता है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के फिजिशियन डॉ ओबैद ने जानकारी देते हुए बोला कि आजकल गर्मी बढ़ रही है। ऐसे में कई लोगों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमारे पास इन दिनों रोगी बुखार, उल्टी-दस्त जैसे पेट की समस्याओं के लक्षणों के साथ अधिक आ रहे हैं। उन्होंने बोला कि आदमी का शरीर सामान्य तापमान 37.5 पर काम करता है। हमारे शरीर के मैकेनिज्म इस पर काम करते हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, वैसे-वैसे शरीर का मेकैनिज्म उसे एडजस्ट करता रहता है। लेकिन, हीट वेव के चलने और तापमान के अधिक बढ़ने से शरीर उसे एडजस्ट नहीं कर पाता है। इससे बॉडी का मेकैनिज्म असंतुलित हो जाता है और हीट स्ट्रोक जैसी दिक्कतें सामने आती हैं। हीट वेव के चलते यदि किसी को लू लगती है तो, चक्कर आना, सिर दर्द होना, उल्टी- दस्त होना जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
डिहाइड्रेशन से भी आदमी हो सकता है गंभीर
डॉ ओबैद बताते हैं कि आदमी को डिहाइड्रेशन भी हो जाता है, जो तीन तरह का होता है। पहली तरह का डिहाइड्रेशन नॉर्मल होता है, जो पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और रसीले फल के अतिरिक्त नींबू पानी, नारियल पानी पीने से ठीक हो जाता है। वहीं, दूसरी तरह के डिहाइड्रेशन को सम डिहाइड्रेशन बोला जाता है, जिसके बाद ओआरएस आदि लिए जा सकते हैं। वहीं, तीसरे प्रकार का गंभीर डिहाइड्रेशन होता है, जो अधिक उल्टी दस्त के बाद आदमी को हो सकता है। इसे सीवियर डिहाइड्रेशन बोला जाता है। इसमें रोगी को एडमिट करके उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा आमतौर पर आदमी को गर्मी में पसीना आता है। लेकिन, एक स्थिति ऐसी भी होती है जब पसीना आना बंद हो जाता है। यह हीट स्ट्रोक का एक लक्षण बताया जा सकता है।