महिलाओं में ओवेरियन कैंसर होने के जाने लक्षण
देहरादून। हर वर्ष 8 मई को पूरे विश्व में वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे मनाया जाता है। ओवेरियन कैंसर ओवरी में होने वाला कैंसर है। यूटरस के साइड में अंडाशय यानी ओवरी होता है। पेल्विस में दर्द होना, पेशाब में जलन, वजन घटना जैसे लक्षण दिखाई दे, तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। ब्रेस्टफीडिंग करने वाली स्त्रियों को ओवेरियन कैंसर का खतरा कम होता है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के कैंसर विभाग के एचओडी डाक्टर सम्पत्ति सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जैसे-जैसे हम आधुनिक समाज में आगे बढ़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे स्त्रियों में ओवेरियन कैंसर के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसके कई कारण हो सकते हैं। स्त्रियों में होने वाली यह रोग अनुवांशिक भी हो सकती है। लेकिन कुछ कारण ऐसे हैं जिन्हें हम स्वयं रोक सकते हैं। जैसे मोटापा न बढ़ने देना और हम हेल्दी डाइट और दिनचर्या को ठीक रखकर इससे बच सकते हैं।
डॉ सम्पत्ति सिंह बताते हैं कि उत्तराखंड में पहले के मुकाबले ओवेरियन कैंसर के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हो रहा है, जो चिंता का विषय है। स्त्रियों को इसके शुरुआती लक्षण समझ में नहीं आते हैं, लेकिन एडवांस स्टेज में जाकर इस रोग के होने का पता चल पाता है।
क्या हैं ओवेरियन कैंसर के लक्षण?
डॉ। सम्पत्ति सिंह बताते हैं कि इसके कुछ अलग लक्षण नहीं हैं, बल्कि यदि स्त्री के पेट के निचले हिस्से में दर्द हो, भारीपन महसूस हो या कमर में दर्द हो, तो इसे वार्निंग साइन माने जा सकते हैं। यदि समय पर स्त्री का उपचार नहीं होता है, तो उसे जान भी गंवानी पड़ सकती। उन्होंने कहा कि 30 वर्ष के बाद जो महिलाएं विवाह करते हैं और गर्भधारण करती हैं, तो उस स्थिति में इसके होने के चांस होते हैं। वहीं 45 साल की उम्र की स्त्रियों में यह होने की आसार अधिक होती है। स्त्रियों को अपने वजन पर कंट्रोल करना चाहिए। क्योंकि अधिक वजन भी इसका कारण हो सकता है।