अंतर्राष्ट्रीय

इसरो चीफ ने सौर मिशन को लेकर दी ये बड़ी खुशखबरी

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख एस सोमनाथ ने राष्ट्र के सौर मिशन को लेकर अच्छी-खबर दी है. उन्होंने रविवार को बोला कि राष्ट्र की प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी का आदित्य-L1 लगातार सूर्य के बारे में डेटा भेज रहा है. सोमनाथ को आभूषण कंपनी पीसी चंद्रा ग्रुप की ओर से विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बोला कि अंतरिक्ष यान के कई उपकरण कई पहलुओं पर डेटा फीड करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम सूर्य को लगातार ढंग से देख रहे हैं, जिसमें पराबैंगनी चुंबकीय चार्ज गणना, कोविड-19 ग्राफ अवलोकन, एक्स-रे अवलोकन और अन्य चीजें शामिल हैं.

भारत का पहला सौर मिशन यान आदित्य-एल (1) 2 सितंबर, 2023 को लॉन्च किया गया था. सोमनाथ ने कहा, ‘हम इस उपग्रह को 5 वर्ष के लिए रख रहे हैं और प्राप्त गणनाओं का विश्लेषण दीर्घकालिक तरीका के रूप में किया जाएगा. यह आपकी ब्रेकिंग न्यूज की तरह नहीं है कि आज सूर्य के बारे में कुछ कहा गया है, कल कुछ और होगा, चीजें प्रत्येक दिन बदल रही होंगी.’ उन्होंने बोला कि सभी गणनाएं अभी होंगी लेकिन नतीजे बाद में पता चलेंगे.

‘क्या यह मिशन सूर्य ग्रहण पर प्रकाश डाल सकेगा?’
यह पूछे जाने पर कि क्या यह मिशन सूर्य ग्रहण पर प्रकाश डाल सकेगा, सोमनाथ ने कहा, ‘ग्रहण तब होता है जब सूर्य चंद्रमा की ओर से अवरुद्ध हो जाता है. जाहिर है, हमारा मिशन ग्रहण से पहले, ग्रहण के दौरान और उसके बाद में सूर्य के बारे में डेटा भी एकत्र कर रहा है.’ इस दौरान उनसे दूसरी अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ योगदान के बारे में प्रश्न किया गया. इसे लेकर उन्होंने बोला कि इसरो एक संयुक्त उपग्रह ‘निसार’ (नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार) बना रहा है. भविष्य की जरूरतों के हिसाब से इसे काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. साथ ही इसके बनकर तैयार हो जाने अंतरिक्ष से जुड़ी कई सारी जानकारियां सरलता से मिल सकेंगी.

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