अंतर्राष्ट्रीय

ईरान के हमले का इजरायल भी ऐतिहासिक जवाब देगा, ब्रिटेन का दावा

यरूशलम: ईरान के हमले का इजरायल भी ऐतिहासिक उत्तर देगा. इजरायल ईरान द्वारा किए गए हमले का ऐसा उत्तर देने की तैयारी कर रहा है कि पीढ़ियां याद रखेंगी. अभी बीते सप्ताह ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक मिसाइलों और ड्रोन से खतरनाक धावा किया था. यह बात अलग है कि इजरायल ने उनमें से 99 प्रतिशत मिसाइलों और ड्रोनों को हानि पहुंचाने से पहले ही हवा में ही मारकर गिरा दिया था.मगर इसके बावजूद इजरायल अब ईरान से भयंकर बदला लेने की तैयारी कर रहा है. ऐसा बदला जिससे ईरान में त्राहिमांम मच सकता है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने भी बुधवार को बोला है कि इजरायल ईरान से हमले का बदला ले सकता है.

ब्रिटिश मंत्री ने कहा कि सप्ताहांत में ईरान द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमले के उत्तर में इजरायल “कार्रवाई करने का फैसला ले रहा है”. इस बीच, ईरान ने चेतावनी दी कि उसके क्षेत्र में किसी छोटे से हमले का भी सख्त उत्तर दिया जाएगा. इजरायल ने ईरान के अभूतपूर्व हमले का उत्तर देने का संकल्प लिया है, लेकिन इस बारे में कुछ नहीं बोला है कि कार्रवाई कब और कैसे की जाएगी. गाजा में जारी युद्ध के चलते महीनों की अशांति के बाद नए घटनाक्रम से क्षेत्र में और अधिक अशांति की संभावना उत्पन्न हो गई है. ईरान के हमले को असफल करने में सहायता करने वाले इजरायल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका और ब्रिटेन हालात और खराब न होने देने की प्रयास कर रहे हैं.

ईरान के राष्ट्रपति ने बोला फिर करेंगे जवाबी कार्रवाई

इजरायल द्वारा जवाबी हमले की संभावना के बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने वार्षिक सेना परेड को संबोधित करते हुए इजरायल को किसी भी जवाबी कार्रवाई को लेकर चेतावनी दी. संभवत: इजरायल की जवाबी कार्रवाई के डर से इस सेना परेड का टेलीविजन पर प्रसारण नहीं किया गया. ईरान की आधिकारिक इरना समाचार एजेंसी ने रईसी के हवाले से बोला कि शनिवार का धावा एक सीमित धावा था, और यदि ईरान बड़ा धावा करना चाहता तो इजरायल में कुछ भी नहीं बचता.

कैमरन और जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक दोनों बुधवार को शीर्ष ऑफिसरों से मिलने के लिए इजरायल में हैं. इजरायल के सबसे करीबी सहयोगियों में शामिल ब्रिटेन और जर्मनी ने धैर्य बरतने का आग्रह किया है. कैमरन ने बोला कि यह साफ है कि इजरायल ईरान के विरुद्ध कार्रवाई करने का फैसला ले रहा है, लेकिन उन्हें आशा है कि वह इसे इस तरह अंजाम देगा जो कठोर भी हो और इससे अधिक संघर्ष भी न बढ़े.

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