फ्रांस में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने हत्या की धमकियां मिलने पर दिया इस्तीफा
France Hijab Case: फ्रांस में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने मर्डर की धमकियां मिलने पर त्याग-पत्र दे दिया है। प्रिंसिपल ने एक स्टूडेंट से विद्यालय कैंपस में हिजाब उतारने को बोला था। मुसलमान छात्रा ने प्रिंसिपल के विरुद्ध कम्पलेन में बोला था कि उसके साथ अत्याचार की गई। घटना पिछले महीने की है। जांच में छात्रा के इल्जाम झूठे पाए गए और कम्पलेन खारिज कर दी गई। पूर्वी पेरिस में उपस्थित स्कूल के प्रिंसिपल को सोशल मीडिया पर लगातार धमकियां मिल रही थीं। इस वजह से उन्हें पद छोड़ने पर विवश होना पड़ा। अब फ्रांसीसी पीएम गेब्रियल अटल ने खुलकर प्रिंसिपल का समर्थन किया है। उन्होंने बुधवार को एक टीवी साक्षात्कार में बोला कि गवर्नमेंट उस छात्रा के विरुद्ध कम्पलेन दर्ज कराएगी। फ्रांस में स्कूलों के भीतर हिजाब पर प्रतिबंध है। वहां ऐसे ही मामलों में दो टीचर्स की मर्डर हो चुकी है। उसके बाद से, विद्यालयों से जुड़ी किसी भी धमकी को बहुत गंभीरता से लिया जाता है।
2020 में सैमुअल पैटी नाम के टीचर का सरेआम गला रेत दिया गया था। आरोपियों की उम्र 13 से 14 वर्ष के बीच थी। वे कथित रूप से, क्लास में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाए जाने से खफा थे। पांच महीने पहले, अक्टूबर 2023 में एक और टीचर, डॉमिनिक बर्नार्ड को चाकुओं से गोदकर मार दिया गया था। हमलावरों ने ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगाते हुए घटना को अंजाम दिया था।
स्टूडेंट्स से हिजाब उतारने को बोला तो हुआ झगड़ा
फ्रांसीसी अखबार Le Monde की रिपोर्ट के अनुसार, वाकया 28 फरवरी को हुआ था। हेडमास्टर ने तीन स्टूडेंट्स से विद्यालय परिसर में हिजाब उतारने को कहा। दो ने बात मान ली लेकिन तीसरी छात्रा ने हिजाब उतारने से इंकार कर दिया। इस पर बहस हो गई। बाद में छात्रा ने प्रिंसिपल के विरुद्ध कम्पलेन दर्ज करा दी कि उन्होंने अत्याचार की थी। यह स्टूडेंट बालिग है और वहां वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए जाती थी। पुलिस को जांच के दौरान इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि प्रिंसिपल ने छात्रा पर हाथ उठाया था। पेरिस के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ने AFP को कहा कि स्टूडेंट की कम्पलेन खारिज की जा चुकी है।
मामला सुर्खियों में आया तो प्रिंसिपल को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। बीते शुक्रवार को, प्रिंसिपल ने एक ईमेल में बोला कि वह पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने यह निर्णय अपनी और संस्थान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है।‘ उन्हें मिली धमकियों की जांच प्रारम्भ कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, शिक्षा मंत्रालय ने बोला कि उनका स्कूल से लेना-देना नहीं है। अब पीएम गेब्रियल अटल ने सामने आकर बोला है कि झूठे इल्जाम लगाने के लिए छात्रा के विरुद्ध केस किया जाएगा।
फ्रांस में 2004 से विद्यालयों में हिजाब पर बैन
प्रिंसिपल के इस्तीफे पर फ्रांस के राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। पेरिस में कई स्कूल बुधवार को बंद रखे गए क्योंकि उन्हें बम की धमकियां मिली थीं। पिछले सप्ताह भी पेरिस के करीब 30 विद्यालयों को ऐसी ही धमकियां आई थीं। साथ में सिर कलम किए जाने का एक वीडियो भी था। फ्रांस में यूरोप की सबसे बड़ी मुसलमान जनसंख्या बसती है। 2004 में वहां की गवर्नमेंट ने विद्यालयों के भीतर सभी तरह के धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर रोक लगा दी थी।