मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान रहस्यमय तरीके से हुई रडार स्क्रीन से गायब
मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान MH370 8 मार्च 2014 को रहस्यमय ढंग से रडार स्क्रीन से गायब हो गई। हिंद महासागर में एक द्वीप पर बहकर आए विमान के कुछ टुकड़ों के अतिरिक्त ऑफिसरों को मलबे का कोई निशान नहीं मिला। प्लेन, जो कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था, 227 यात्रियों और 12 क्रू मेंबर्स को ले जा रहा था। सभी को मृत मान लिया गया। यह हादसा एक रहस्य बन गई जो अभी तक नहीं सुलझ पाई हैं।
जनवरी 2017 में, लापता जेट की आधिकारिक खोज को निलंबित कर दिया गया था और एक वर्ष बाद की गई छह महीने की निजी खोज में भी कुछ नहीं निकला।
दुखद घटना के दस वर्ष बाद, रविवार (3 मार्च) को यात्रियों के संबंधियों ने एक नयी खोज पर बल दिया। ‘यात्रियों’ के लगभग 500 सम्बन्धी और उनके समर्थक ‘स्मरण दिवस’ के लिए मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के पास एक शॉपिंग सेंटर में इक्ट्ठा हुए।
उन्होंने उड़ान में खोए हुए प्रत्येक आदमी के लिए एक 239 मोमबत्तियां जलाईं, कुछ संबंधियों ने चीन से यह पहुंच थे।
36 वर्षीय मलेशियाई वकील ग्रेस नाथन ने को कहा कहा, ‘पिछले 10 वर्ष मेरे लिए लगातार भावनात्मक रोलरकोस्टर रहे हैं।’ उन्होंने मलेशियाई गवर्नमेंट से नयी खोज करने की अपील की।‘ उन्होंने कहा, ‘एमएच370 इतिहास नहीं है।‘ नाथन की मां, 56 वर्षीय ऐनी डेज़ी, फ्लाइट में सवार थीं।
चीन की हेबेई प्रांत के 67 वर्षीय लियू शुआंग फोंग ने अपने 28 वर्षीय बेटे ली यान लिन को खो दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने बेटे के लिए इन्साफ की मांग करता हूं। प्लेन कहां है?’ लियु ने कहा, ‘खोज जारी रहनी चाहिए।‘
परिवहन मंत्री एंथोनी लोके, ने बोला कि ‘जहां तक मलेशिया का प्रश्न है, वह विमान ढूंढने के लिए प्रतिबद्ध है… लागत मामला नहीं है।‘ उन्होंने सभा में संबंधियों से बोला कि वह नए ऑपरेशन के लिए टेक्सास स्थित मरीन एक्सप्लोरेशन फर्म ओशन इन्फिनिटी के ऑफिसरों से मिलेंगे।