मेरा देश क्षेत्र में नहीं बढ़ाना चाहता है तनाव : ईरानी विदेश मंत्री
Tension in the Middle East: ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन का बोलना है कि उनका राष्ट्र क्षेत्र में तनाव बढ़ाना नहीं चाहता है. ईरानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्री ने मंगलवार को इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी के साथ टेलीफोन पर वार्ता के दौरान यह बयान दिया. इस दौरान दोनों पक्षों ने मध्य पूर्व में चल रहे घटनाक्रम पर चर्चा की, जिसमें ईरान का इजरायल पर जवाबी धावा भी शामिल था।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बोला कि ईरान हमेशा क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा का एक जरूरी हिस्सा बना रहेगा। उन्होंने बोला कि इजरायल क्षेत्र में तनाव और युद्ध का मूल कारण है.
विदेश मंत्री ने एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की इंडोनेशिया द्वारा आलोचना करने की प्रशंसा की।
‘अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में था हमला’
विदेश मंत्री अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बोला कि इजरायल के विरुद्ध ईरान का ड्रोन और मिसाइल धावा अंतर्राष्ट्रीय कानून के दायरे में था।
इंडोनेशियाई विदेश मंत्री ने अपनी ओर से फिलिस्तीनी मामले पर द्विपक्षीय योगदान जारी रखने की अपील करते हुए बोला कि गाजा संकट को नहीं भूलना चाहिए और फिलिस्तीनी मामले को जीवित रखना चाहिए।
इजरायल-ईरान तनाव चरम पर
बता दें दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए खतरनाक हमले के बाद ईरान ने इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए है। हालांकि इजरायल ने यह स्वीकार नहीं किया कि यह धावा उसने किया है लेकिन बताया जा रहा है कि इसके पीछे वही थी।
वहीं दूसरी तरफ ईरान दूतावास पर हमले के लिए इजरायल को उत्तरदायी बताता रहा है। ईरान ने इसी हमले के उत्तर में इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन दागे हैं।
इस हमले में 13 लोग मारे गए थे जिनमें ईरान की क़ुद्स फोर्स के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा जाहेदी भी शामिल थे जो कि हिजबुल्लाह का मार्गदर्शन करते थे।