मोसाद, इजरायल और अमेरिका के लिए सिर दर्द सिनवार
Hamas chief in Gaza Yahya Sinwar: इजरायल (Israel) के शहरों पर हमास के चौंकाने वाले हमले के बाद से ही एक नाम काफी चर्चा में है और यह नाम है याह्या सिनवार का। इजरायली ऑफिसरों के लिए सिनवार एक ‘कसाई’ है। उस पर इजरायल में हमले की षड्यंत्र रचने का भी इल्जाम है, जिसमें 1,300 इजरायली मारे गए थे।
सिनवार जिंदा है और सुरंग से निकला बाहर
इजरायली ऑफिसरों ने हाल ही में कहा था कि सिनवार गाजा की सुरंगों में छिपा हुआ है, उसे अपने मृत्यु का भय सता रहा है, वह सुरंगों में छिपा हुआ है, उसके अपने लड़ाकों से कोई संपर्क भी नहीं है, लेकिन एक रिपोर्ट ने इजरायल के दावों पर और उनकी ताकतों पर प्रश्न उठा दिया है।
हमास का दावा
हमास के एक वरिष्ठ सूत्र ने बुधवार को अल-अरबी अल-जदीद अखबार को बताया कि गाजा में हमास का प्रमुख याह्या सिनवार लोगों के सामने आया है। उसने सड़कों पर सुरंग से निकलकर अपने लोगों के हाल-चाल लिया है। और हमास के लड़ाकों से वार्ता भी की है।
लड़ाकों से की मुलाकात
हमास के इस कमांडर ने इजरायल के उस दावे का खंडन किया, जिसमें बोला गया था कि सिनवार सबसे कटा है और अपने लड़ाकों से भी बात नहीं कर रहा है। उसने बोला कि याह्या ने गाजा में घूमकर लड़ाकों से मुलाकात की और उन जगहों को देखा, जहां इजराइली सेना के साथ हमास की झड़पें हुईं।
इजरायल ने कहा झूठ?
सूत्र ने दावा किया कि याह्या सिनवार कहीं नहीं छिपा था, वह अपने लड़ाकों से लगातार वार्ता कर रहा था। इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने अपनी राष्ट्र की जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह कहा है कि सिनवार मृत्यु के डर से छिपा हुआ है। इस मुद्दे पर इजरायली सेना या गवर्नमेंट की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है।
हमास के पास 30 इजरायली सैनिक बंधक?
सूत्र ने दावा किया कि हमास के पास लगभग 30 आईडीएफ और शिन बेट अधिकारी हैं और इन बंधकों को अत्यधिक सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा है, और किसी भी हालात में उन तक किसी का पहुंचना असंभव है। उधर बंधक परिवारों का बोलना है कि उन्हें सुरंगों से सिनवार के निकलने के दावे की पुष्टि मिली है। बंधक और लापता परिवार फोरम ने रिपोर्ट के उत्तर में घोषणा की कि खुफिया सूत्रों ने पाया है कि गाजा के नीचे सुरंगों से सिनवार के निकलने की रिपोर्ट ठीक है।
इजरायल की हार?
द होस्टेज एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम ने कहा, “गाजा की सड़कों पर सिनवार घूम रहा है, जबकि इजरायली बंधक तहखानों में पड़े हुए हैं, यह इजरायली की हार बताता है।
गाजा के हमास कमांडर याह्या सिनवार का नाम इस समय इजरायल की हिटलिस्ट में सबसे ऊपर है। इजरायल ने ये दावा किया था कि खान यूनिस में याह्या सिनवार एक बंकर के अंदर छिपा है। सिनवार को पूरी तरह घेर लिया गया और शीघ्र ही उसको ढेर कर दिया जाएगा, लेकिन इजरायल का ये दावा हकीकत नहीं बन सका। याह्या सिनवार अब भी जिंदा है। अब भी वह युद्ध की कमान संभाले हुए है और इजरायल के लिए मुसीबत बना हुआ है। सिनवार इज़रायली एजेंसियों, अमेरिकी एजेंसियों और स्वयं नेतन्याहू के लिए एक अबूझ पहेली बन गया है।
सिनवार की मृत्यु मतलब हमास का खात्मा
याह्या सिनवार ही वो नाम है, जो गाजा में हमास का नेतृत्व कर रहा है। सिनवार का मतबल है हमास के युद्ध की रणनीति। सिनवार का मतलब है अल कस्साम ब्रिगेड का हौसला। सिनवार ही हमास और अल कस्साम को हथियारों की सप्लाई का काम संभालता है। युद्ध की रणनीति तैयार करना भी सिनवार का काम है। लड़ाकों के लिए रसद सप्लाई भी सिनवार के जरिए होती है। यानी सिनवार की मृत्यु का मतलब होगा, एक गोली से हमास की कई विंग का ढेर हो जाना।
अब जानते हैं सिनवार की कहानी
गाजा में पैदा हुआ है सिनवार
सिनवार का जन्म 1962 में हुआ और वह दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में पला-बढ़ा। उस दौर में यह शहर मिस्र के नियंत्रण में था। इजरायली सेनाओं ने उसके गृहनगर के नाम पर सिनवार को “खान यूनिस का कसाई” बोला है। रिपोर्टों के अनुसार, सिनवार का परिवार पहले अश्कलोन में बसा था, जो अब दक्षिण इजरायल में है, लेकिन 1948 में इजरायल की तरफ से अश्कलोन पर नियंत्रण करने के बाद उन्हें गाजा में बदलना पड़ा। अश्कलोन को पहले अल-मजदल के नाम से जाना जाता था।
24 वर्ष कारावास में बिताए
सिनवार के पास गाजा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी से अरबी शोध में स्नातक की डिग्री है। 1987 में हमास की स्थापना के बाद, सिनवार हमास में चहेता बन गया। 1988 में सिनवार को दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों की मर्डर में उनकी किरदार पाए जाने पर अरैस्ट किया गया था, अगले वर्ष, उसे चार जीवन भर जेल की सजा सुनाई गई।
हमास की सेना शाखा
इज़ अल-दीन अल-क़सम ब्रिगेड, हमास की सेना शाखा है। यह गाज़ा पट्टी में एक्टिव है। ब्रिगेड का नाम, फ़िलिस्तीन के एक मुसलमान उपदेशक और मुजाहिद इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम के नाम पर रखा गया है।
जब इजरायल ने सिनवार को रिहा किया
2006 में हमास की सेना शाखा इज़ एड-दीन अल-क़सम ब्रिगेड की एक टीम ने इजरायली क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए एक सुरंग का इस्तेमाल किया और एक सेना चौकी पर धावा किया। इस हमले में दो इजरायली सैनिकों की मृत्यु हो गई। कई सैनिक घायल हो गए। जिसमें एक सैनिक गिलाद शालित को पकड़ लिया गया। शालित पांच वर्ष तक हमास के कैद में रहा। शालित की रिहाई के लिए एक समझौता वर्ष 2011 में हुआ। जिसमें कैदी के अदला-बदली हुई। उसी अदला-बदली में सिनवार को हमास ने रिहा करा लिया।
2017 में मिली गाजा की कमान
रिहा होने के बाद सिनवार लगातार हमास के अंदर स्वयं को शक्तिशाली बनाता गया। 2015 में सिनवार को अमेरिका ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकियों की सूची में डाल दिया। अमेरिकी विदेश विभाग के एक रिपोर्ट के अनुसार सिनवार को आतंकी घोषित करने की घोषणा करते हुए कहा गया कि उसने हमास की सेना शाखा इज्जेदीन अल-कसम ब्रिगेड को खड़ा करने में बहुत किरदार निभाई है। वर्ष 2017 में सिनवार को गाजा में हमास का प्रमुख चुना गया था।
हानियेह के बाद दूसरा प्रमुख नेता
हमास संगठन के सियासी ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह के बाद सिनवार हमास नेतृत्व में नंबर 2 है। हनियेह के गाजा में न रहने के बाद सिनवार ही हमास का वास्तविक वारिस माना जाता है।उसने लगातार इजराइल के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष की वकालत की है और किसी भी समझौते के फार्मूले के विरुद्ध रहा है। वह अपने उग्र भाषणों के लिए जाना जाता है। रिपोर्टों में बोला गया है कि वह हमास के प्रति बहुत उत्तरदायी है। उसके खून में है हमास के लिए लड़ना।
दूसरा ओसामा बिन लादेन है सिनवार
इजरायल सिनवार को ही हमले का शहरों में हुए हमलों का उत्तरदायी मानता है। इज़रायल रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने बोला था कि याह्या सिनवार बुराई का चेहरा है। इजरायल पर हुए हवाई हमले के पीछे वही मास्टरमाइंड है, जैसे ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका के साथ किया था। हम उसे मारेंगे ही मारेंगे देर भले हो जाए।