संयुक्त राष्ट्र ने की ये पुष्टि, दोनों पक्षों से संयम बनाए रखने का किया आग्रह
रिपोर्टें सामने आने के कुछ घंटों बाद, संयुक्त देश नज़र संस्था, तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने साफ कर दिया कि ईरान की परमाणु सुविधाएं सुरक्षित हैं. आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने दोनों पक्षों से अत्यधिक धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया.
संयुक्त देश परमाणु नज़र संस्था ने पुष्टि की कि मध्य पूर्वी क्षेत्र में हालिया हमले के बाद ईरान में परमाणु सुविधाएं अछूती रह गईं. गुरुवार देर रात से खबरें आने लगीं कि इजरायल ने ईरान के विरुद्ध जवाबी धावा प्रारम्भ कर दिया है. इस्फ़हान में एक प्रमुख ईरानी हवाई अड्डे के पास कई विस्फोटों की आवाज़ सुनने के बाद यह घटना चिंता का विषय बन गई. इसके उत्तर में ईरान ने वायु रक्षा बैटरियां निकाल दीं और राष्ट्र के कई हिस्सों में उड़ान संचालन बंद कर दिया. यह धावा ईरान द्वारा इजरायली क्षेत्र पर मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार प्रारम्भ करने के कुछ दिनों बाद हुआ. दमिश्क में ईरान के दूतावास पर विध्वंसक हमले के बाद ईरान और इज़राइल के बीच चल रही उथल-पुथल बढ़ने लगी. इल्जाम था कि इस घटना के पीछे इजराइल का हाथ था.
IAEA ने आश्वासन दिया कि ईरान की परमाणु सुविधाएं सुरक्षित
रिपोर्टें सामने आने के कुछ घंटों बाद, संयुक्त देश नज़र संस्था, तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने साफ कर दिया कि ईरान की परमाणु सुविधाएं सुरक्षित हैं. आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने दोनों पक्षों से अत्यधिक धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया. तरराष्ट्रीय निकाय ने एक्स पर लिखा, जिसे औपचारिक रूप से ट्विटर के नाम से जाना जाता है, “आईएईए पुष्टि कर सकता है कि ईरान के परमाणु स्थलों को कोई हानि नहीं हुआ है.
इजरायल ने ईरान पर एयरस्ट्राइक कर उसके इस्फहान शहर को निशाना बनाया है. ईरान का रणनीतिक तौर पर अहम शहर है. इस शहर में ईरान के न्यूक्लियर प्लांट हैं. ईरान का सबसे बड़ा यूनेनियम प्रोग्राम इसी स्थान से चलाया जा रहा है. इस्फहान ईरान का रणनीतिक तौर पर अहम शहर है. जिस पर इजरायल की तरफ से अटैक किया गया है. ईरान के सेना अनुसंधान भी यहां पर उपस्थित हैं.