अंतर्राष्ट्रीय

रिश्तों में तनाव के बीच कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने दिया बयान

भारत के साथ संबंधों को जरूरी मानते हुए कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने 24 सितंबर को बोला कि उनका राष्ट्र इंडो-पैसिफिक रणनीति जैसी साझेदारियां जारी रखेगा लेकिन खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर की जांच जारी रहेगी

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर से हिंदुस्तान और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई है रिश्तों में तनाव के बीच कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने बयान दिया है और नयी दिल्ली के साथ अपने राष्ट्र के रिश्तों को अहम कहा है खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर की जांच के बीच उन्होंने बोला कि कनाडा हिंदुस्तान के साथ इंडो-पैसिफिक रणनीति जैसी अपनी साझेदारी जारी रखेगा

इंडो-पैसिफिक साझेदारी जारी रहेगी: ब्लेयर

ब्लेयर ने बोला कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम कानून को बनाए रखें और अपने नागरिकों की रक्षा करें और यह भी सुनिश्चित करें कि हम पूरी तरह से जांच करें और सच्चाई तक पहुंचें उन्होंने बोला कि यदि इल्जाम ठीक साबित हुए तो कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की मर्डर हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होगी और कनाडा के लिए बड़ी चिंता का विषय होगा

ब्लेयर ने बोला कि इंडो-पैसिफिक रणनीति कनाडा के लिए जरूरी है और इससे क्षेत्र में सेना उपस्थिति बढ़ी है और गश्ती क्षमताओं को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता बढ़ी है यह रणनीति उन सेना प्राथमिकताओं में पाँच सालों में $492.9 मिलियन का सहयोग देती है, जो इस साल लगभग $2.3 बिलियन से अधिक है

निज्जर की मर्डर के बाद रिश्तों में आई दरार

45 वर्षीय खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया में मारा गया था कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कुछ दिन पहले इल्जाम लगाते हुए बोला था कि निज्जर की मर्डर में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता सामने आई है ट्रूडो के आरोपों के बाद हिंदुस्तान और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकी घोषित किया था

भारत ने ट्रूडो के आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया और इस मुद्दे पर ओटावा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के प्रतिशोध में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया उस समय कनाडा के रक्षा मंत्री ब्लेयर ने हिंदुस्तान के साथ संबंध को अहम कहा था उन्होंने यह भी बोला कि आरोपों की जांच जारी रहने तक कनाडा उस साझेदारी को जारी रखेगा “हम समझते हैं कि हिंदुस्तान के साथ हमारे संबंधों के संदर्भ में यह एक चुनौतीपूर्ण मामला हो सकता है और रहा है

 

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