Israel-Hamas War: गाजा में युद्धविराम का प्रस्ताव फिर सुरक्षा परिषद में गिरा, रूस और चीन ने किया वीटो
War in Gaza: संयुक्त देश सुरक्षा परिषद मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान गाजा में मानवीय संघर्षविराम की मांग वाले प्रस्ताव पर मतदान करने के लिए तैयार है. हालांकि, अमेरिका ने चेताया है कि इस तरह के कदम से हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा कराने के इजराइल के प्रयासों को झटका लग सकता है.
परिषद के 10 निर्वाचित सदस्यों द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को रूस और चीन का समर्थन प्राप्त है. हालांकि दोनों राष्ट्रों ने शुक्रवार को गाजा में तुरन्त युद्धविराम संबंधी एक अमेरिकी प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल किया था. मतदान से पहले, रूस के संयुक्त देश के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने बोला कि रूस तुरन्त संघर्ष विराम का समर्थन करता है, लेकिन उन्होंने प्रस्ताव की भाषा पर प्रश्न उठाया.
नेबेंजिया अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड पर ‘‘राजनीतिक’’ कारणों से ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने’’ का इल्जाम लगाया.
32 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत
संयुक्त देश में 22 राष्ट्र के अरब समूह ने शुक्रवार रात एक बयान जारी कर परिषद के सभी 15 सदस्यों से ‘एकता और तत्परता के साथ काम करने, रक्तपात को रोकने, मानव जीवन की रक्षा करने’ के संकल्प के साथ मतदान करने की अपील की.क्षेत्र में रमजान की आरंभ 10 मार्च को हुई और यह नौ अप्रैल को खत्म होगा.
बता दें हमास लड़ाकों ने ने सात अक्टूबर इजरायल पर बड़ा धावा किया था. जिसमें लगभग 1,139 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 200 से अधिक लोगों का किडनैपिंग कर लिया गया. इसके बाद इजरायल ने हमास के विरुद्ध युद्ध का घोषणा कर दिया और फिलिस्तीनी ग्रुप के कंट्रोल वाले हमास पर हमले प्रारम्भ कर दिए. इजरायली हमलों में कम से कम 32,070 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 74,298 घायल हुए हैं.