जापान ने अमेरिका से 400 टॉमहॉक मिसाइल खरीदने की बनाई योजना
जापान के रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा ने बुधवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ पहली आमने-सामने की वार्ता के बाद वॉशिंगटन में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें खरीदने की घोषणा की। इसके बाद से ही चीन बेचैन हो गया है। उसे डर है कि जापान इन मिसाइलों का इस्तेमाल चीनी सेना के विरुद्ध कर सकता है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक चीनी सेना पर्यवेक्षक के हवाले से धमकाते हुए बोला कि यदि जापान, चीन को निशाना बनाने का इरादा रखता है, तो संभावित जवाबी हमलों के दायरे में उसे भी शामिल किया जाएगा। अखबार ने यह भी लिखा कि चीन को निशाना बनाकर इंडो-पैसिफिक में टॉमहॉक मिसाइल को तैनात करने की अमेरिकी योजना निरर्थक साबित होगी।
अमेरिका से 400 टॉमहॉक खरीदेगा जापान, जानिए कितनी है रेंज?
जापान ने अमेरिका से 400 टॉमहॉक मिसाइल खरीदने की योजना बनाई है। टॉमहॉक मिसाइल की रेंज 1600 किलोमीटर है। जापान जिस वेरिएंट को खरीद रहा है, वह टॉमहॉक ब्लॉक-4 है। हालांकि, इस खरीद के लिए अमेरिकी कांग्रेस पार्टी के अनुमोदन की जरूरत है, लेकिन बाइडन प्रशासन ने इसे अभी तक स्वीकृति के लिए पेश नहीं किया है। टॉमहॉक मिसाइल को पहली बार 1991 के फारस की खाड़ी युद्ध में इस्तेमाल किया गया था। जापान का मानना है कि यह मिसाइल चीन से लगी उसकी समुद्री सीमा को कवर करने में सक्षम है।
चीन ने जापान को कोसा
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना जानकार और टीवी कमेंटेटर सोंग झोंगपिंग के हवाले से लिखा कि जापान का अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइलों की खरीद का उद्देश्य पूर्वव्यापी हमले प्रारम्भ करने की अपनी क्षमता को मजबूत करना और वाशिंगटन के साथ सेना योगदान को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि जापान टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की तैनाती एजिस से लैस युद्धपोतों पर करेगा। एजिस बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जिसे खास तौर पर युद्धपोतों के लिए बनाया गया है। चीन का मानना है कि अमेरिका, जापान को हथियारों से जानबूझकर लैस कर रहा है। वह चीन के विरुद्ध एक मोहरे के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए जापान को मिसाइलों और दूसरे हथियारों से पाट रहा है।