आटा-दाल के लिए तरसता पाकिस्तान ,आखिर ये परमाणु हथियार किसके लिए बना रहा
क्या पाक वाकई अपने परमाणु हथियारों को बेचकर अपनी गरीबी दूर करना चाहता है, क्या पाक रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए परमाणु हथियारों की बिक्री और उत्पादन को बढ़ाने में जुटा है। आखिर सदी का सबसे विनाशकारक हथियारों का जखीरा पाक क्यों अचानक से बढ़ाने लगा है। अमेरिका के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। ‘बुलेटिन ऑफ अटॉमिक साइंटिस्ट्स’ में 11 सितंबर को प्रकाशित स्तंभ ‘न्यूक्लियर नोटबुक’ में बोला गया है, ‘‘हमारा अनुमान है कि पाक के पास करीब 170 परमाणु हथियारों का भंडार है। अमेरिका की रक्षा खुफिया एजेंसी ने 1999 में अनुमान जताया था कि पाक के पास 2020 तक 60 से 80 परमाणु हथियार होंगे लेकिन तब से कई नई हथियार प्रणालियां तैनात और विकसित की गयी हैं जिससे आकलन बढ़ गया है।
पाकिस्तान किसके लिए बना रहा परमाणु हथियार
मौजूदा समय में पाक के पास हिंदुस्तान से भी अधिक परमाणु हथियार हैं। मगर अब वह किसके लिए अपने जखीरे को बढ़ा रहा है। क्या वह रूस को इन हथियारों को बेचना चाहता है या फिर यूक्रेन को भी चोरी-छिपे परमाणु हथियार मौजूद करवा रहा है। ’’ वैज्ञानिकों ने कहा, ‘‘हमारा आकलन काफी अनिश्चितता से भरा है क्योंकि न तो पाक और न ही अन्य राष्ट्र पाकिस्तानी परमाणु शस्त्रागार के बारे में अधिक सूचना प्रकाशित करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि राष्ट्र का भंडार मौजूदा वृद्धि रेट से 2020 के बाद के सालों में करीब 200 तक पहुंच सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब तक हिंदुस्तान अपने शस्त्रागार का विस्तार नहीं करता या पारंपरिक ताकतों का निर्माण नहीं करता, तब तक यह आशा करना मुनासिब लगता है कि पाक का परमाणु शस्त्रागार अनिश्चितकाल तक बढ़ता नहीं रहेगा बल्कि उसके मौजूदा हथियार कार्यक्रम पूरे होने के बाद यह कम होना प्रारम्भ हो सकता है।’’