झारखण्ड

इस्तीफा देने के बाद भी हेमंत सोरेन झारखंड के बने कार्यवाहक मुख्यमंत्री

रांची: मनी लांड्रिंग के मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा अरैस्ट होने के बाद हेमंत सोरेन की पहली प्रतिक्रिया आई है उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (ट्विटर) पर कवी शिवमंगल सिंह सुमन की एक कविता साझा करते हुए अपने विचार व्यक्त किए उन्होंने इशारों-इशारों में ही बोला कि वह हार नहीं मांगेंगे और किसी से भी समझौता नहीं करेंगे

हेमंत सोरेन ने लिखा, “यह एक विराम है, जीवन महासंग्राम है, हर पल लड़ा हूं, हर पल लड़ूंगा, पर समझौते की भीख मैं लूंगा नहीं क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं, लघुता न अब मेरी छुओ, तुम हो महान, बने रहो अपने लोगों के दिल की वेदना, मैं व्यर्थ त्यागूंगा नहीं, हार मानूंगा नहीं जय झारखण्ड!”

हेमंत सोरेन ने हाईकोर्ट का रुख किया

वहीं गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन ने उच्च न्यायालय का रुख किया है उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी के विरुद्ध याचिका दाखिल की है इस मुद्दे में आज साढ़े दस बजे न्यायालय में सुनवाई होगी वहीं प्रवर्तन निदेशालय भी सोरेन को स्थानीयता न्यायालय में पेश करेगी, जहां एजेंसी 14 दिनों की रिमांड की मांग करेगी वहीं सोरेन ने अरैस्ट होने से पहले राजभवन जाकर सीएम पद से त्याग-पत्र दे दिया था, जिसे गवर्नर ने स्वीकार कर लिया था

सोरेन झारखंड के कार्यवाहक सीएम बने हुए

हालांकि त्याग-पत्र देने के बाद भी हेमंत सोरेन झारखंड के कार्यवाहक सीएम बने हुए हैं कानून के अनुसार, किसी भी राज्य के सीएम का पद खाली नहीं रह सकता है त्याग-पत्र देने के बाद गवर्नर मुख्यमंत्री को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाए रखते हैं वहीं जब अगले मुख्यमंत्री को शपथ दिला दी जाती है, उसके बाद पिछले मुख्यमंत्री कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे

चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया

यही पूरा क्रम झारखंड में बन हुआ है हेंमत सोरेन ने त्याग-पत्र दे दिया है वहीं चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है चंपई सोरेन अब झारखंड के नए सीएम होंगे लेकिन गवर्नर ने उन्हें अभी शपथ नहीं दिलाई है JMM के विधायक उन्हें तुरंत ही शपथ दिलाने के लिए बुधवार रात को राजभवन में बवाल करते रहे लेकिन गवर्नर ने कोई निर्णय नहीं लिया

Related Articles

Back to top button