झारखंड: 10वीं के रिजल्ट में बेटियों का दबदबा
जैक बोर्ड 10वीं के परिणाम में बेटियों का ही डंका बजा। प्रदेश में टॉप 5 में लड़कियां रहीं। टॉप 3 तक में किसी लड़के को एंट्री नहीं मिली। हजारीबाग के इन्दिरा गांधी बालिका विद्यालय की छात्रा ज्योत्सना ज्योति ने 500 में 496 अंक लाकर पूरे प्रदेश में टॉप किया है। ज्योत्सना ज्योति मूल रूप से चतरा जिले के गिद्धौर प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव बरटा पांडेयबागी गांव की रहने वाली हैं।
बात करते हुए ज्योत्सना ज्योति ने कहा कि उनके पिता राजेंद्र कुमार दास पेशे से शिक्षक हैं। वहीं, माता किरण कुमार गृहणी हैं। घर में पढ़ाई को हमेशा तरजीह दी गई है। वह कक्षा 6 से हजारीबाग के इन्दिरा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़ रही हैं। 10वीं के एग्जाम के लिए उन्होंने 9 क्लास में पढ़ाई की आरंभ कर दी थी। वह प्रतिदिन विद्यालय के अतिरिक्त 4 से 5 घंटा सेल्फ स्टडी करते थी।
आगे चलकर चिकित्सक बनने का प्लान
ज्योत्सना आगे बताती हैं कि परिणाम आने के बाद उन्हें भरोसा नहीं हुआ कि उनके इतने अच्छे अंक आए हैं, लेकिन जब लोग शुभकामना देने पहुंचे तब बहुत खुशी हुई। यह सब कुछ एक सपने के जैसा लग रहा है। उन्हें बचपन से ही चिकित्सक बनना है। साथ ही उनके पिता का भी सपना उनको चिकित्सक बनाने का है, जिसके लिए वह अब पढ़ाई करेंगी।
मैथ्स और साइंस में 100 में 100 अंक
ज्योत्सना ने 500 में 496 अंक हासिल किए हैं, जिसमें संस्कृत में 99, अंग्रेजी में 98, गणित में 100, विज्ञान में 100, संगीत में 99 और सामाजिक विज्ञान में 96 अंक हासिल किया है।
बचपन से ब्राइट स्टूडेंट
पिता राजेंद्र कुमार दास ने कहा कि ज्योत्सना बचपन से तेज विद्यार्थी रही हैं। वह चीजों को शीघ्र समझ जाती है। आशा है उसका भविष्य और उज्जवल होगा। विद्यालय के शिक्षक रेनू ठाकुर ने कहा कि ज्योत्सना बहुत कम लोगों से बात करती थी। उसका अधिकतर समय पढ़ाई लिखाई में ही बीता करता था