रांची के अनगड़ा में विभिन्न घटनाओं और सड़क हादसों में हुई 30 की मौत
रांची के अनगड़ा में साल 2023 में विभिन्न घटनाओं और सड़क हादसों में 30 लोगों की जान गयी है। वहीं सिकिदिरी थाना क्षेत्र में 10 लोगों की मौत हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में अधिकांश मौतें ढिलाई से गाड़ी चलाने और सिर पर हेलमेट नहीं पहनने की वजह से हुई है। अनगड़ा थाना क्षेत्र में पहली घटना 17 जनवरी को हुई। इसमें हापादाग निवासी बरजुराम अहीर (59) की मर्डर उसके चचेरा भतीजा सुषेण यादव, धर्मेन्द्र यादव और मधु अहीर ने कर दिया। 25 अप्रैल को कनकट्टा में खलारी की रहने वाली महिला की मर्डर कर उसके मृतशरीर को प्रेमी सताकी निवासी पशुपति महतो ने जंगल में फेंक दिया था।
काफी खोजबीन के बाद मुद्दे का उदभेदन हुआ। 1 जून को जिंतुबेड़ा निवासी विजय महतो ने शराब के नशे में अपनी दूसरी पत्नी जगन देवी की मर्डर टांगी से मारकर कर दिया। 5 जुलाई को डुमरगढ़ी जंगल में प्रेमी जगबंधु मुंडा ने शादी में रूकावट बन रही विवाहित प्रेमिका सुमित्रा देवी को चाकू और दावली से मारकर मर्डर कर दी।
23 अगस्त को महेशपुर निवासी मोबिन अंसारी की पुत्री नौशिन परवीन (उम्र 18 वर्ष) ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वहीं, 20 अक्टूबर को जिंतुबेड़ा निवासी शंकर महतो ने अपनी पत्नी सविता देवी की मर्डर लाठी से मारकर कर दिया। इसके बाद मृतशरीर को खेत में गाड़ दिया। उसने लोगों को विश्वासघात देने के लिए 25 अक्टूबर को अनगड़ा थाना में सविता के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करायी।
2 नवंबर की शाम को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मृतशरीर बरामद किया। 2 फरवरी को गोंदलीपोखर में हुए सड़क दुघर्टना में मासू निवासी आकाश महतो (17) और कृष मुण्डा (18) की मृत्यु हो गई। दोनों पुरुष अपनी बाइक से कहीं जा रहे थे। इस दौरान दोनों युवकों को ट्रेलर ने अपनी चपेट में ले लिया। करीब चार किलोमीटर दूर उनकी बाइक कई टुकड़ों में गिरा मिला। वहीं 27 फरवरी को गेतलसूद-हुण्डरूफॉल मार्ग में बनादाग पतरा के पास सिकिदिरी थाना क्षेत्र के नगड़ाबेड़ा निवासी बाइक सवार मायाराम बेदिया की मृत्यु अज्ञात बोलेरो कुचलने से हुई।
1 मार्च को गोंदलीपोखर में बाइक सवार पुरुष की मृत्यु हुई। 29 मार्च को गेतलसूद स्पीलवे में अज्ञात गाड़ी की चपेट में आने से 15 वर्षीय बाइक सवार सिकिदिरी कारीबुदा निवासी सनु लोहार की मृत्यु हुई। जबकि 22 जुन को यात्री बस कालीशंकर ने लुना सवार कुसुमटोली निवासी अजय मुण्डा को धक्का मार दिया। जिससे अजय की मृत्यु मौके पर ही हो गई। 3 जुलाई को हादसा में मिलन चौक पर एक पुरुष की मृत्यु हुई।
7 जुलाई को रासाबेड़ा में जंगली हाथी के कुचलने से करम सिंह बेदिया की मृत्यु हो गयी। 19 जुलाई को ओबर के जागरण बेदिया की मृत्यु लाह काटने के दौरान पेड़ से गिर कर हो गई। 24 जुलाई को जोन्हा निवासी मंजु देवी की मृत्यु गुड़ीडीह में ट्रेन से कटकर हुई।
7 सितंबर को इरबा करमाटोली निवासी प्रदीप करमाली की मृत्यु स्वर्णरेखा नदी में डूबने से हो गयी। 11 सितंबर को गांधीग्राम में बाइक सवार अपर हटिया तेली मुहल्ला निवासी पवन नायक की मृत्यु हो गयी। 21 सितंबर को नारायणसोसो में अज्ञात ट्रक की चपेट में आने से सिरका निवासी प्रेम महतो की मृत्यु हो गयी। वहीं 13 अक्टूबर को रांची-मुरी मार्ग में हाहे मड़ई के पास बाइक सवार को चपेट में लेते हुए श्रमिकों से भरी गाड़ी पलट गयी। इस घटना में स्कूटी सवार सहित तीन की मृत्यु हो गयी। जबकि दो दर्जन घायल लोग घायल हुए।
घटना में चिलदाग निवासी रमेश करमाली (33) और चुकड़ुबाहा निवासी राजेश बेदिया (45) की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकी टाटी बेहराटोली निवासी महेश मुंडा की मृत्यु रिम्स में हुई। 20 अक्टूबर को मासू में कुआं से पटवन करने के दौरान मां पिंकी देवी और बेटा अनुराग मुंडा की मृत्यु कुआं में डूबकर हो गयी।
3 नवंबर को सिमरबेड़ा के नजदीक ट्रेन से गिरकर अज्ञात की मृत्यु हो गयी। नवंबर में ही गोंदलीपोखर में ट्रक की चपेट में आने से सिरका निवासी नारायण महतो की मृत्यु हो गयी। जबकि 1 दिसंबर को राजाडेरा में बाइक और ऑटो की भिड़ंत में हापतबेड़ा निवासी अजीत मुंडा की मृत्यु हो गयी। 3 दिसंबर को अज्ञात ट्रक की चपेट में आने से बेड़वारी निवासी रिझना करमाली की मृत्यु हो गयी।
8 जून को सिकिदिरी थाना क्षेत्र के लाधुपटुंगरी में प्रेम में असफल महिला ज्योति कुमारी ने फांसी लगाकर जान दी। 9 सितंबर को ढेलुवाखुंटा निवासी उमेश मुंडा की हल्की बात पर पीटपीट कर मर्डर कर दी। वहीं 24 अक्टूबर को सूरज मुंडा की ट्रक से गिरकर मृत्यु हो गयी। 26 अक्टूबर को कुटे निवासी अनिल महतो की पत्नी की पत्नी मालती देवी की संदेहास्पद मृत्यु हो गयी।