हेमंत सोरेन बनाए गए आरोपी, लाल स्याही ने खोली राज
रांचीः हेमंत सोरेन की पत्नी को जहां इण्डिया गठबंधन सियासी मंच पर विक्टिम कार्ड के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने अनेक सबूतों और दस्तावेजों के साथ न्यायालय में हेमंत सोरेन के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में भानु प्रताप प्रसाद ,हेमंत सोरेन, राजकुमार, हिलारियास कच्छप और बिनोद सिंह को आरोपी बनाया है। रेवेन्यू ऑफिसर भानु प्रताप के ठिकाने से संपत्तियों के 17 वास्तविक रजिस्टर (पंजी) मिले हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि भानु प्रताप के चैंबर से 44 पेज की एक फाइल मिली। ये हेमंत सोरेन की 8.86 एकड़ जमीन की फाइल थी, जिस पर लाल इंक से एक पीले रंग के नोट में लिखा हुआ था सीएम भुईहरी बड़ागाई।
ईडी ने कहा कि इसके अतिरिक्त ब्राउन कलर की फाइल में CMO URGENT PINTO लिखा हुआ था। चार्जशीट में कहा गया है कि PINTO नाम का शख्स अभिषेक प्रसाद था, जिसे हेमंत सोरेन के मीडिया एडवाइजर उदय शंकर ने सर्किल ऑफिसर से जमीन का वेरिफिकेशन कराने के लिए बोला था। हेमंत सोरेन ने रांची के बारगेन क्षेत्र में 8.86 एकड़ जमीन पर 2011 से कब्जा किया हुआ था। इस संपत्ति की मूल्य 31 करोड़ जो प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच कर ली है। ये कब्जा मुख्यमंत्री ने अपने खास गुर्गों रंजीत सिंह, हिलारियास कच्छप और राजकुमार के जरिए किया था। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार भानुप्रसाद सरकारी जमीनों के डॉक्यूमेंट्स में परिवर्तन कर नए डॉक्यूमेंट्स बनाकर जमीन कब्जाने का एक बड़ा सिंडिकेट चला रहा था। जिसमें हेमंत सोरेन से लेकर कई सरकारी अधिकारी मिले हुए थे।
ED ने इस प्रॉपर्टी के जो 2 सर्वे किए उसकी फोटो भी चार्जशीट में लगाई। इसमें आरोपी भानुप्रताप भी साथ में है। प्रॉपर्टी के केयरटेकर संतोष मुंडा ने कहा कि ये प्रॉपर्टी हेमंत सोरेन (मंत्री जी)की है। आरोपी बिनोद कुमार के मोबाइल से एक फोटो मिली जिससे पता चला कि वहां एक बैंक्वेट हाल बनाने की तैयारी थी। हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए गए बयान में बोला कि इस प्रॉपर्टी के बारे में उन्हे कुछ नहीं पता। बिनोद के साथ हुए चैट के बारे में भी उन्होंने कुछ नहीं बताया। भानुप्रताप हेमंत सोरेन को बॉस कहता था। उसी ने सरकारी रिकॉर्ड में हेराफेरी कर 8.86 जमीन पर हेमंत सोरेन को कब्जा करवाया।
आरोपी सद्दाम हुसैन और इम्तियाज अहमद के यहां ऐसी डायरियां मिलीं, जिनमे भानुप्रताप को दिए गए पैसों के लेनदेन का हाथ से लिखा हुआ हिसाब-किताब था। सद्दाम हुसैन के मोबाइल टेलीफोन से भानुप्रताप को दिए गए पैसे के कई मेसेज मिले। उसने सहाय भैया 1 नाम से नंबर सेव किया हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय ने 33 गवाहों के बयान लिए और हजारों पेज के डॉक्यूमेंट्स बरामद किए।
ED ने इस मुद्दे में 51 बार छापेमारी की और 9 सर्वे किए। आरोपियों के यहां से 1.25 करोड़ कैश और 3.56 करोड़ का बैंक बैलेंस बरामद किया। हेमंत सोरेन के दिल्ली के घर से 36 लाख कैश और एक बीएमडब्ल्यू कार बरामद की गई थी। अब प्रवर्तन निदेशालय ने इस सिंडिकेट की 256 करोड़ की जमीन अटैच की। अब तक इस मुद्दे में 16 आरोपी अरैस्ट किए गए जिसमें हेमंत सोरेन के अतिरिक्त रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि भी रंजन शामिल हैं।