कोडरमा में कौशल रथ किया गया रवाना, वोकेशनल कोर्स की फ्री में मिलेंगी ट्रेनिंग
कोडरमा। झारखंड के बेरोजगार युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देकर उन्हें सफल बनाने की कवायद प्रारम्भ कर दी गई है। प्रदेश के कोडरमा में कौशल रथ रवाना किया गया है। यह कौशल रथ दरअसल एक गाड़ी है, जिसमें विभिन्न तरह के वोकेशनल कोर्स की ट्रेनिंग दी जा सकती है। युवाओं को यह ट्रेनिंग निःशुल्क में दी जाएगी। इस कौशल रथ को स्किल-ऑन-व्हील्स के नाम से चलाया जा रहा है। इसके जरिये युवाओं को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, सी और सी प्लस प्लस, पाइथन, वेब डिजाइनिंग, एथिकल हैकिंग, साइबर सिक्योरिटी, ब्यूटीशियन, हेयर ड्रेसर, असिस्टेंट हेयर ड्रेसर, पेंटिंग समेत अन्य कोर्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।
भारत गवर्नमेंट के कौशल विकास मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) इस रथ का संचालन कर रहा है। इसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक पाठ्यक्रमों का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही इस रथ के जरिए गवर्नमेंट की योजनाओं की जानकारी भी समाज के सुदूरवर्ती इलाकों तक पहुंचाई जाएगी।
कौशल रथ के भीतर बना है आधुनिक क्लासरूम
कौशल रथ के प्रशिक्षक प्रदीप तिवारी ने कहा कि कोडरमा में कौशल रथ जिले के भिन्न-भिन्न प्रखंडों में यात्रा करेगा। इस दौरान औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, सरकारी विद्यालय, महाविद्यालयों, मुख्य बाजारों, निजी प्रशिक्षण संस्थानों में यह रथ जाएगा। कौशल रथ व्यावसायिक पाठयक्रमों, प्रशिक्षणों, उद्यमिता संबंधी अवसरों और कौशल निर्माण संबंधी अन्य पहलुओं से लोगों को अवगत कराएगा। कौशल रथ में प्रशिक्षण कार्यक्रमों से संबंधित पंफलेट, एक बड़ी टीवी स्क्रीन, लैपटॉप के साथ एक साथ 25 लोगों के बैठने की प्रबंध है। उन्होंने बोला कि कौशल रथ के माध्यम से मौके पर ही नामांकन की भी सुविधा मौजूद रहेगी।
प्रशिक्षण के बाद रोजगार भी
प्रदीप तिवारी ने मीडिया से वार्ता में बोला कि कौशल रथ का उद्देश्य वृहद अनुभव वालों कारीगरों का मूल्यांकन करना और प्रमाणीकरण करना भी है। उन्होंने कहा कि यह कौशल रथ ऐसे युवाओं को लघु अवधि के प्रशिक्षण के बाद मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र भी देगा। प्रशिक्षक ने कहा कि कौशल रथ में अभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सी और सी प्लस प्लस, पाइथन, वेब डिजाइनिंग, एचटीएमएल, एथिकल हैकिंग, साइबर सिक्योरिटी, ब्यूटीशियन, हेयर ड्रेसर, असिस्टेंट हेयर ड्रेसर, पेंटिंग समेत अन्य कोर्स की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद लोगों को कंपनियों में जॉब भी दिलाई जाती है।