Land Scam: अर्किटेक्ट विनोद सिंह की जमानत याचिका पर कल होगी सुनवाई
रांची : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े जमीन भ्रष्टाचार मुद्दे में अर्किटेक्ट विनोद सिंह की जमानत याचिका पर गुरुवार को पीएमएलए न्यायालय में सुनावाई होगी. विनोद सिंह ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से अंतरिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की है. उल्लेखनीय है कि जमीन की गैरकानूनी खरीद बिक्री मुद्दे में विनोद सिंह आरोपी है और अभी कारावास में बंद है. प्रवर्तन निदेशालय ने जिन 5 लोगों के विरुद्ध इल्जाम पत्र दाखिल किया है उसमें विनोद सिंह का भी नाम है.
पीएमएलए न्यायालय ने लिया है संज्ञान
ईडी द्वारा दाखिल की गयी चार्जशीट में पीएमएलए न्यायालय ने संज्ञान भी लिया है. इस चार्जशीट में विनोद सिंह के अतिरिक्त सीआई भानु प्रताप, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के नाम शामिल है. हालांकि, हिलेरियस कच्छप की मृत्यु कुछ दिन पूर्व ही हो गयी थी. वह लंबे समय से किडनी की परेशानी से परेशान चल रहे थे. चार्जशीट दाखिल होने के बाद न्यायालय ने सभी को समन भी जारी किया था.
ईडी ने 5500 पन्ने का दाखिल किया है चार्जशीट
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन भ्रष्टाचार मुद्दे में 30 मार्च को हेमंत सोरेन समेत 5 के विरुद्ध 5500 पन्ने का चार्जशीट दाखिल किया था. इसमें 1200 पेज से अधिक के वाट्सएप चैट समेत अन्य डॉक्यूमेंट्स शामिल थे. चार्जशीट में बड़गाईं के तत्कालीन सीआई भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के नाम शामिल थे.
बड़गाईं अंचल के 8.45 एकड़ जमीन की गैरकानूनी ढंग से खरीद बिक्री मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी की रात अरैस्ट कर लिया था. जांच के क्रम में प्रवर्तन निदेशालय को पता चला था कि बड़गाईं स्थित जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना थी. राजस्व अधिकारी भानू प्रताप भी इस मुद्दे में अरैस्ट हैं. हालांकि, वह पहले ही दूसरे जमीन घोटाले मुद्दे में कारावास में बंद हैं.