खेरिया जाट के अग्नि पीडित परिवारों को तत्कालीन राहत सामग्री की गयी स्वीकृत
रूपवास. समृद्व हिंदुस्तान अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता ने रूपवास उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत नोहरदा के गांव खेरिया जाट के अग्नि पीडित परिवारों को तत्कालीन राहत सामग्री स्वीकृत की. राहत सामग्री का वितरण पीडित परिवारों के गांव और घर पहुंचकर किया गया. पीडित परिवार एवं गांव के लोग राहत सामग्री पाकर मददगार सीताराम गुप्ता और उनकी टीम की सराहना करने लगे. साथ ही उनके चेहरे पर खुशियां झलक आई.
ग्राम पंचायत नोहरदा के पूर्व सरपंच एव रूपबास प।स। के पंचायत समिति सदस्य सुनील चौधरी ने बोला कि पीडित परिवार एवं कष्ट की घडी में सहायता करने वाला आदमी नेक आदमी एवं ईश्वर का परम सेवक होता है और पीडित आदमी का मददगार. निदेशक सीताराम गुप्ता ने 26 अप्रेल को गांव खेरिया जाट के आधा दर्जन अग्नि पीडित परिवारों की कष्ट के समय सहायता कर नेक कार्य किया. वे वर्ष 1998 से आज तक पीडित, अनाथ, गरीब और कमजोर परिवार, मेधावी बच्चा, किसान, मजदूर आदि की सहायता करते आ रहे हैं. आज खेरिया जाट के समस्त पीडित परिवारों की सहायता कर नेक कार्य किया, जो सराहनीय है.
समृद्व हिंदुस्तान अभियान के प्रदेश प्रभारी पुनीत गुप्ता ने कहा कि उपखण्ड रूपवास के गांव खेरिया जाट निवासी रघुवीर सिंह, महावीर सिंह, सोवरन सिंह, रामप्रसाद पुत्रान पूरन सिंह, शिव सिंह पुत्र शीतलराम के घरों में 26 अप्रेल को आग लग गई, जिसमें सभी का भारी हानि हुआ और कई दुधारू मवेशियां जल गई.
आगजनी की सूचना प्राप्त होते ही निदेशक सीताराम गुप्ता ने दूरभाष पर प्रशासन, मीडिया, गणमान्य नागरिक और पीडित परिवारों से आगजनी की जानकारी ली. उन्होंने समस्त पीडित परिवारों को राहत सामग्री मौजूद कराने के निर्देश दिए. जिसके अनुसार 28 अप्रेल को पीडित परिवारों को राहत सामग्री प्रदान की. इस अवसर पर संभाग प्रभारी नरेन्द्र गुप्ता,जिला ग्रामीण प्रभारी विष्णु मित्तल आदि उपस्थित रहे.
पीड़ित परिवारों की आंखों छलक आए आंसूः
खेरिया जाट के अग्नि पीडित परिवारों का आगजनी में घरेलू सामान, अनाज, भूसा, बिस्तर, नगदी, छप्पर, मोटरसाईकिल, दुधारू मवेशियां आदि जल गए. जो खुले मैदान में आसमान के नीचे जीवन-यापन करने को विवश थे. जिनकी सम्बन्धी और गांव के लोगों ने सहायता की. जब अचानक भरतपुर से सहायता करने को समृद्व हिंदुस्तान अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता ने पीडित परिवारों को राहत सामग्री भेजी, उसे देख पीडित परिवार की आंखों से आंसू छलक आए.
कोई भूखा ना सोए, इसलिए दुबारा प्रारम्भ की मददः
समृद्व हिंदुस्तान अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता का सपना है कि कोई आदमी भूखा नहीं सोए और रोजगार, रोटी, कपडा और मकान से वंचित नही रहे. ऐसे व्यक्तियों की वे वर्ष 1988 से सहायता करते आ रहे हैं. वर्ष 2022 और 2023 में आपदा और अग्नि पीडित परिवार एवं गरीब व्यक्तियों की नहीं मिली.
निदेशक गुप्ता ने प्रशासन, जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर अब दो वर्ष के बाद भरतपुर, डीग, धौलपुर जिले के अग्नि पीडित परिवारों को सहायता देना प्रारम्भ किया है. ये सहायता सिर्फ़ गरीब और भूमिहीन, अनाथ आदमी और परिवार को मिलेगी. उन्होंने कहा कि जिले में कई एनजीओ एवं सीएसआर समाजसेवा का कार्य कर रही हैं, वे भी ऐसे परिवार और व्यक्तियों की सहायता करें और एकजुट होकर सभी संस्थान और एनजीओ आमजन के भलाई तथा ग्रामीण विकास कार्य करें.