नागालैंड की एकमात्र सीट पर 6 जिलों के लोगों ने नहीं की वोटिंग
Lok Sabha Election 2024: नागालैंड की एकमात्र सीट पर 6 जिलों के लोगों ने शुक्रवार को वोटिंग नहीं की. पहले चरण के मतदान में कई राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी. लेकिन नागालैंड के 6 पूर्वी जिलों में लोग वोटिंग के लिए नहीं आए. मतदान कर्मी लगातार 9 घंटों तक मतदाताओं की बाट जोहते रहे. लेकिन एक संगठन के बंद के आह्वान के चलते कोई आदमी वोट डालने नहीं आया. इस संगठन ने अपनी मांग सीमांत नागालैंड क्षेत्र (एफएनटी) को लेकर दबाव बनाने के लिए बंद का घोषणा किया था.
मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शुक्रवार को बोला था कि ईस्टर्न नागालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ईएनपीओ) की मांग एफएनटी को लेकर कोई कठिनाई नहीं है. उनकी गवर्नमेंट पहले ही इस क्षेत्र के लिए अलग पावर की सिफारिश कर चुकी है. ईएनपीओ सात आदिवासी संगठनों में टॉप माना जाता है. सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी कम रही. केवल प्रशासन और इमरजेंसी सेवाएं जारी रहीं.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आवा लोरिंग की ओर से कहा गया कि सुबह 7 से शाम 4 बजे तक वोटिंग हुई. 20 विधानसभा सीटों पर वोटिंग के लिए कर्मी उपस्थित रहे. प्रदेश में सवा 13 लाख वोटर हैं. जिसमें पूर्वी 6 जिलों के 4 लाख 632 शामिल हैं.
सीएम बोले-हम विवाद नहीं चाहते
सीएम ने राजधानी कोहिमा से 41 किलोमीटर दूर अपने गांव तौफेमा में वोट डाला. बाद में बोला कि उन्हें एफएनटी ड्राफ्ट वर्किंग पेपर गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में दिया गया था. जिसको स्वीकार कर लिया गया है. इससे पहले ईएनपीओ इन 6 जिलों की अनदेखी किए जाने के इल्जाम लगा रहा है. उसके मुताबिक क्षेत्र का सामाजिक, आर्थिक विकास नहीं हो रहा है. मुख्यमंत्री ने बोला कि स्वायत्त निकाय के लिए अप्रोच कर रखी है, ताकि इन इलाकों को भी बराबर पैकेज मिले. विधायक की वोटिंग न होने और कार्रवाई के बारे में मुख्यमंत्री ने बोला कि वे विवाद नहीं चाहते हैं. देखा जाएगा कि क्या हो सकता है?