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जनहित गारंटी अधिनियम के चार मापदंडों में गाजियाबाद पुलिस ने प्रदेश में पाया पहला स्थान

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिसिंग, यातायात, क्राइम पर नियंत्रण और अपराधियों पर रोक की परीक्षा में गाजियाबाद पुलिस पास हो गई समीक्षा बैठक में पेश किए गए पुलिस के रिपोर्ट कार्ड पर प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने संतोष जाहिर किया है साथ ही सराहना करते हुए जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर अमल करने के निर्देश भी दिए

पुलिस लाइन में हुई समीक्षा बैठक में आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने प्रभारी मंत्री को कहा कि 252 अपराधियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की गई पूर्व के मुकाबले में गैंगस्टरों की संपत्ति अधिक बरामद की गई साल 2021 में जहां नौ मामलों में सात करोड़ रुपए, साल 2022 में 23 मामलों में 27 करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद हुई वहीं, कमिश्नरेट बनने के बाद सिर्फ़ छह मामलों में 86 करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद की इसके अतिरिक्त 143 पुरस्कार घोषित अपराधियों को सलाखों के पीछे डाला आठ अपराधियों के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई भी की कमिश्नरेट पुलिस की कारगर पैरवी के बाद 794 मामलों में अभियुक्तों को सजा हुई दो को मृत्युदंड और 46 को जीवन भर जेल की सजा शामिल है
विवेचनाओं का निस्तारण 15 प्रतिशत बढ़ा एक जनवरी 2023 को 8611 विवेचनाएं लंबित थीं इस दौरान 21 अगस्त तक 12878 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें से पुलिस द्वारा 16618 विवेचनाओं का निस्तारण किया जा चुका है 21 अगस्त तक लंबित विवेचनाओं की कुल संख्या 4871 बचीं पुलिस कमिश्नर ने कहा कि साल 2022 में बलात्कार एवं पॉक्सो एक्ट की विवेचनाओं के निस्तारण का फीसदी 62 प्रतिशत था, जो कमिश्नरेट में 87 फीसद हो गया है बलात्कार एवं पॉक्सो की लंबित विवेचनाओं की संख्या 20 बची हैं
97 प्रतिशत वांछितों पर कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि गंभीर मामलों में वांछितों की संख्या 11581 थी इनमें से 11327 के विरुद्ध कार्रवाई हुई इसका फीसदी 97.37 रहा वर्तमान में 254 क्रिमिनल वांछित हैं साथ ही वांछित गैंगस्टरों की संख्या कुल 20 है कुल 79 इनामी लुटेरे अभी पुलिस पकड़ से दूर बने हुए हैं
चार मापदंडों में पुलिस अव्वल
जनहित गारंटी अधिनियम के चार मापदंडों में गाजियाबाद पुलिस ने प्रदेश में पहला जगह पाया है चरित्र प्रमाण पत्र के साथ किराएदार, घरेलू सहायता और कर्मचारी सत्यापन के मापदंड पर पहले पायदान पर है इन सभी मामलों का निस्तारण महज 15 दिनों के भीतर किया जा रहा है साथ ही पुलिस आयुक्त ने कहा कि गाजियाबाद पुलिस डायल-112 के रेस्पांस टाइम में मई माह से लगातार प्रदेश में नंबर वन बनी हुई है अगस्त माह में पुलिस का रेस्पांस टाइम 7 मिनट से भी कम दर्ज हुआ है

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