जोधपुर आए 13 सालों बाद आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर, राम मंदिर को लेकर कहा…
Jodhpur News: आर्ट ऑफ लिविंग जोधपुर शाखा की ओर से शिकारगढ़ में महा सत्संग का आयोजन किया गया था, जिसमें 13 वर्ष बाद जोधपुर आए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी शामिल हुए। राजस्थानी स्टाइल में घूमर नृत्य के साथ उनका स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने महासत्संग में आए सभी लोगों को राम ध्यान करवाने के साथ ही अध्यात्म की जानकारी दी। उन्होंने बोला कि राम तो हमारे दिल में रहते हैं। इसलिए जो भीतर रमता है, वही राम है।
बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने को कहा
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने बोला कि अध्यात्म के साथ समाज और देश सेवा करनी चाहिए। इसके बिना हम कमजोर हो जाते है। उन्होंने बोला कि अध्यात्म से ईश्वरीय ऊर्जा प्राप्त होती है और इसके लिए गुरु की शरण में जाना होगा। हमेशा ध्यान करते रहने से आपकी ख़्वाहिश शक्ति पूर्ण होने की आसार होती है। उन्होंने बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए भी कहा।
राम मंदिर बनाने में समस्त देशवासियों का योगदान
इस दौरान आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने राम मंदिर पर भी बात की। उन्होंने बोला कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना है और मैं सीधे अयोध्या से यहां आ रहा हूं। पूरे राष्ट्र की जनता की आस पूरी हुई है। मंदिर को बहुत सुंदर ढंग से बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अभी मंदिर का निर्माण भी चल रहा है। मंदिर बनाने में राष्ट्र भर का सहयोग रहा है। कितने लोगों ने बलिदान दिया तब जाकर करीब 500 वर्ष के बाद हिंदुस्तान की अस्मिता का यह मंदिर बना है। श्री श्री ने बोला कि हमारी सनातनी परंपरा है कि सबको साथ लेकर चलें। इसलिए मंदिर बना, तो उनको भी जमीन दी, जिससे उनको यह प्रतीत नहीं हो कि उनकी जमीन छीन ली गई है। इस दौरान महासत्संग में कई गणमान्यों के साथ आमजन भी उपस्थित रहें।