लाइफ स्टाइल

दिन में कितनी बार करें कुल्ला, जानिए फायदे

ओरल हेल्थ के लिए कुल्ला करना बहुत महत्वपूर्ण है. ये ओरल डिटॉक्स का काम करता है. जब भी कुछ खाएं कुल्ला जरूर करें. यदि भोजन के कण लंबे समय तक दांतों में फंसे रहते हैं तो दांतों में सड़न प्रारम्भ हो जाती है.

दांतों का इंफेक्शन दिल की स्वास्थ्य तक बिगाड़ सकता है. कुल्ला करने के लाभ बता रही हैं मुंबई के ज़िनोवा शाल्बी हॉस्पिटल की इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डाक्टर उर्वी माहेश्वरी.

कुल्ला करने के फायदे

ओरल हेल्थ के लिए कुल्ला करना बहुत महत्वपूर्ण है. ये एक अच्छी आदत है. जिन लोगों को कुल्ला करने की आदत होती है उन्हें मसूड़े या दांतों से संबंधित समस्याएं कम होती हैं.

बैक्टीरिया-जर्म्स से बचाव करे

हम जब भी कोई चीज खातें हैं तो उसके कण दांतों में चिपक जाते हैं. कुल्ला करने से वो कण निकल जाते हैं और मुंह अच्छी तरह साफ हो जाता है. जो लोग कुछ भी खाने के बाद कुल्ला नहीं करते उनके दांतों में भोजन या उस चीज के कण चिपके रह जाते हैं. मुंह में लंबे समय तक भोजन कर कण रह जाने से बैक्टीरिया और जर्म्स पनपने लगते हैं. ये बैक्टीरिया और जर्म्स दांतों में सड़न पैदा करते हैं, जिससे ओरल हेल्थ की परेशानी प्रारम्भ हो जाती है.

सांसों की बदबू दूर करे

कुल्ला करने का एक बड़ा लाभ ये है कि इससे सांसों की बदबू दूर होती है. आपको सांसों की बदबू की परेशानी है तो सबसे पहले अपने ओरल हेल्थ पर ध्यान दें. चेक करें कि दांतों में सड़न की परेशानी तो नहीं है. साथ ही कुछ भी खाने के बाद कुल्ला करने की आदत डाल लें.

सांसों की बदबू दूर करने के लिए दिनभर में खूब पानी पिएं. ये सांसों की बदबू से बचने का सरल तरीका है. साथ ही अपनी पाचन क्रिया पर भी ध्यान दें. जिन लोगों का हाजमा ठीक नहीं रहता उन्हें सांसों की बदबू की परेशानी भी रहती है.

दांतों पर प्लाक जमने से बचाए

कुल्ला करने की आदत के कई लाभ हैं. इसका एक बड़ा लाभ ये है कि कुल्ला करने से दांतों पर प्लाक नहीं जमता. दांतों पर प्लाक जमने से जर्म्स और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. इससे दांतों में सड़न, मसूड़ों में सूजन जैसी समस्याएं प्रारम्भ हो जाती हैं. दांतों और मसूड़ों की हर तरह की परेशानी से बचने का सबसे सरल तरीका कुल्ला करना है.

दांतों की देखभाल जरूरी

दांतों में सड़न, मसूड़ों में सूजन जैसी समस्याओं से बचने के लिए ओरल हेल्थ पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है. इसके लिए कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें. साथ ही दिन में दो बार दांत साफ करने के लिए ब्रश करें. छह महीने या सालभर में डेंटिस्ट के पास जाकर अपने दांतों का चेकअप कराएं. दांत सारी उम्र हमारा साथ दें इसके लिए उनकी ठीक देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है.

 

इंटीमेट हेल्थ को लेकर स्त्रियों की जागरूकता बढ़ी है. महिलाएं अब अपनी हेल्थ, फिटनेस और हाइजीन का पूरा ध्यान रखने लगी हैं. इसी कड़ी में कई महिलाएं प्राइवेट पार्ट को साफ रखने के लिए वजाइनल वॉश का इस्तेमाल करने लगी हैं. बाजार में वजाइनल वॉश की अच्छी खासी रेंज मौजूद है जिसे महिलाएं इंटीमेट हेल्थ और हाइजीन का खयाल रखने के लिए इस्तेमाल करती हैं.

महिलाओं के प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए बाजार में तरह तरह के वजाइनल या इंटीमेट वॉश मौजूद हैं. क्या ये वाकई वजाइनल एरिया की गहराई से सफाई करते हैं? प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए वजाइनल वॉश कितने कारगर हैं, इसके बारे में बता रही हैं हिंदुजा और वॉकहार्ट हॉस्पिटल, मुंबई की गायनेकोलॉजिस्ट डाक्टर सरिता नाइक.

गर्मियों में सबसे महत्वपूर्ण है शरीर को ठंडा रखना. इसके लिए ठंडी तासीर वाली चीजें खाना बहुत महत्वपूर्ण है. लौकी पोषक तत्वों का खजाना है. इसमें विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है. लौकी की तासीर ठंडी होती है. शरीर में पानी कमी दूर करने और पेट को ठंडक देने के लिए गर्मियों में लौकी खाना बहुत लाभ वाला है.
गर्मियों में तोरी की सब्जी खाने के कई लाभ हैं. तोरी में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन बी 6 जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं. फाइबर और पानी से भरपूर तोरी की सब्जी पेट को ठंडक पहुंचाती है और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत देती है.
मेडिका हॉस्पिटल, रांची की सीनियर डाइटीशियन डाक्टर विजयश्री प्रसाद बता रही हैं ऐसी सब्जियों के बारे में जो गर्मियों में शरीर को ठंडक देती हैं.

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