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मेष राशि में सूर्य के प्रवेश होते ही खरमास का हुआ समापन

इटावा मेष राशि में सूर्य के प्रवेश होते ही खरमास का समाप्ति हो गया. खरमास की वजह से पिछले एक महीने से शादी-विवाह जैसे सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लगी थी, लेकिन अब खरमास के समाप्त होते ही सभी मांगलिक और शुभ कार्यों पर लगी पाबंदी हट गई है. लोग बिना चिंता और कठिनाई के शुभ कार्यों और अनुष्ठानों को कर सकेंगे. खरमास के समाप्ति के बाद अब शादी-विवाह के लिए 3 तिथियां काफी शुभ मानी जा रही हैं. इसमें 18,19 और 20 अप्रैल की तिथि भी शुभ हैं. 20 अप्रैल के बाद विवाह शादी के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं हैं.23 अप्रैल से 30 जून 2024 के मध्य शुक्र अस्त रहेंगे इस अवधि में दौरान भी हिंदू धर्म में किसी भी तरह की शुभ कार्य और विवाह विवाहों जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक लगती है.इसके बाद इस साल के 7वें महीने यानी कि जुलाई में फिर से विवाह शादी जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों के साथ अनुष्ठानों का शुरुआत हो जाएगा इस महीने विवाह के लिए 9, 11, 12, 13, 14 और 15 जुलाई की तिथि विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है यानी इन तिथियों में विवाह शादी किए जा सकते हैं इसके बाद चातुर्मास की 17 जुलाई से आरंभ हो जाएगी. वैवाहिक सीजन के चलते ग्राहकों की भीड़ से बाजार गुलजार हो गए हैं. अप्रैल माह से बंपर शादियां है इसलिए लोग विवाह शादी की तैयारी में व्यस्त हैं. बाजार से सभी तरह की सामग्री खरीदी जा रही है. कपड़ा, सराफा, बर्तन के अतिरिक्त किराना बाजार में भी भीड़ है. व्यापारियों के अनुसार इस वर्ष फसलों की उपज भी बेहतर हुई है. इसका असर बाजार में दिख रहा है और अच्छी ग्राहकी हो रही है. शादियों के सीजन में इन दिनों देर रात तक बाजारों में ग्राहकी की रौनक बनी हुई है. इस दौरान, बर्तनों की दुकानों में भी अच्छी-खासी रौनक है लोग शगुन के तौर पर पीतल के बर्तनों की ज़्यादा खरीदारी कर रहे हैं.चूड़ी बाजार में भी स्त्रियों की ज़्यादा भीड़ है कांच और लाख के चूड़े-चूड़ियां और सौंदर्य प्रसाधनों की खरीदारी के लिए महिलाएं बड़ी संख्या में बाजारों में पहुंच रही हैं. दूसरी ओर शादियों के सीजन में ब्यूटी पार्लर पर भी स्त्रियों की भीड़ बढ़ गई है वही किराना, आभूषण कपड़ा, रेडीमेड और इलेक्ट्रिक बाजार में भी शादियों की खरीदारी हो रही है.

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