संतान की मुराद होगी पूरी, माथा टेके इन मंदिरों में…
Skandamata Famous Temple: हिंदुस्तान में हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित कई प्राचीन मंदिर स्थित है. त्योहारों और व्रत के दौरान मंदिरों में अलग ही रौनक देखने को मिलती है. इसके अतिरिक्त हर एक मंदिर का इतिहास जितना रोचक है, उतनी ही उनकी मान्यता खास है. हिंदू धर्म के लोगों के लिए नवरात्रि का भी बहुत महत्व है. इसी वजह से नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के मंदिरों में रौनक देखने को मिलती है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री, दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरा दिन मां चंद्रघंटा, चौथा दिन मां कुष्मांडा और पांचवें दिन मां स्कंदमाता को समर्पित होता है. आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. आज मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है.
आज हम आपको राष्ट्र में उपस्थित मां स्कंदमाता को समर्पित मंदिरों के बारे में ही बताएंगे, जहां नवरात्रि के दौरान जीवन में हर एक आदमी को जरूर जाना चाहिए. आइए जानते हैं उन मंदिरों के बारे में.
बागेश्वरी देवी मंदिर
उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के जगतपुरा क्षेत्र में मां स्कंदमाता को समर्पित एक प्राचीन मंदिर स्थित है. मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता को समर्पित इस मंदिर को बागेश्वरी देवी नाम से जाना जाता है. पुराणों में भी बागेश्वरी देवी मंदिर का उल्लेख है.
कहा जाता है कि यहां पर जो मां स्कंदमाता की मूर्ति है, उसे किसी ने बनाया नहीं था. बल्कि वो स्वयं प्रकट हुई थी. नवरात्रि के दौरान बागेश्वरी देवी मंदिर में हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग मां के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. माना जाता है कि मां अपने रेट से किसी भी भक्त को खाली हाथ नहीं जाने देती हैं. वो सभी की मुराद को पूरा करती हैं.
देवी स्कंदमाता मंदिर
मध्य प्रदेश के विदिशा शहर में सांकल कुआं के निकट मां स्कंदमाता को समर्पित विशाल मंदिर स्थित है. वर्ष 1998 में इस मंदिर की स्थापना गांव वालों द्वारा की गई थी.
कहा जाता है कि तब से लेकर अभी तक नवरात्रि के दौरान यहां पर विशाल झांकी निकाली जाती है. इसके अतिरिक्त नवरात्रि के पांचवें दिन यहां पर मां स्कंदमाता की विशेष आरती की जाती है. साथ ही अखंड ज्योत जलाई जाती है. बोला जाता है कि जो भी भक्त बच्चे की मुराद लेकर मां के पास आता है, उसकी ख़्वाहिश जरूर पूरी होती है.
मां जगदम्बा मंदिर
राजस्थान के अजमेर जिले में मां जगदम्बा को समर्पित एक मंदिर स्थित है. इस मंदिर की विशेषता ये है कि यहां पर मां दुर्गा के 9 स्वरूप के एक साथ दर्शन होते हैं. नवरात्रि के दौरान यहां पर हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण पहुंचते हैं. नवरात्रि के दिनों में मंदिर को खासतौर पर फूलों से सजाया जाता है. इसके अतिरिक्त मेले का भी आयोजन किया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भी भक्त यहां पर उपस्थित मां जगदम्बा के 9 स्वरूप की पूजा करता है. मां उसकी हर मुराद पूरी करती हैं.