लाइफ स्टाइल

छोले भटूरे के स्वाद का इस शहर में हर कोई है दीवाना

: गोरखपुर एक ऐसा शहर जो अपने खाने-पीने के साथ अपनी सभ्यता संस्कृति का पहचान रखता है यही कारण है कि यहां टूरिस्टो का आना जाना लगा रहता है लेकिन किसी भी शहर की शान बढ़ाने की खातिर उस शहर के जायके का अहम रोल होता है वहीं गोरखपुर में खाने-पीने की ऐसी कई चीजें आपको मिल जाएगी जो कि इस शहर की पहचान है तो वहीं शहर की इस पहचान को बरकरार रखने के लिए और आए टूरिस्ट को जायके का स्वाद दिलाने के लिए, क्वालिटी के छोले भटूरे ने पिछले कई समय से यह जिम्मेदारी संभाल रखी है

गोरखपुर के गोलघर में उपस्थित क्वालिटी के छोले भटूरे के स्वाद का शहर का हर कोई दीवाना है दुकान पर पहुंचने के बाद हमारी मुलाकात अमरजीत सिंह से हुई अमरजीत बताते हैं कि, इस दुकान की आरंभ से पहले उनके पिता मोहन सिंह ने कड़ी मेहनत की है 1964 में कानपुर से उनके पिता गोरखपुर आए और रोजगार प्रारम्भ किया प्रारम्भ में कई दिक्कतों का सामना उन्हें करना पड़ा लेकिन अंतत 1988 में उन्होंने गोलघर मे एक छोटी सी दुकान से इस चोले भटूरे की आरंभ की थी हालांकि इससे पहले मोहन भाई ठेले पर छोले भटूरे बेचा करते थे

सुबह शाम कस्टमर की भीड़

अब इस दुकान की देख रेख मोहन भाई के बेटे अमरजीत करते हैं सुबह 11 बजे दुकान खुलते ही कस्टमर की जबरदस्त भीड़ होती है और शाम के 6 बजे तक यहां लोग आते रहते हैं अमरजीत बताते हैं कि, हमारे यहां भीड़ लगने का सबसे बड़ा कारण यह भी है कि हम अपनी क्वालिटी से कोई समझौता नहीं करते साथ ही हाइजीन का पूरा ध्यान रखते हैं अमरजीत अपने देख रेख में ही छोले भटूरे और चावल को तैयार करते हैं फिर वहीं ग्राहकों को दिया जाता है

भटूरे की होती है स्टफिंग

आमतौर पर छोले भटूरे सादे होते हैं और कुछ पिक्सल और सलाद के साथ उसे सर्व किया जाता है लेकिन क्वालिटी के छोले भटूरे इससे एकदम अलग होते हैं भटूरे की स्टफिंग कुछ वेजिटेबल से की जाती है साथ ही छोले बहुत रिच होते हैं जिन कस्टमर को चावल चाहिए उन्हें वह भी मिलता है छोले भटूरे का मूल्य 120 रुपए और चावल 60 रुपए प्लेट दिया जाता है यहां आए कस्टमर संदीप बताते हैं कि, मैं ही नहीं शहर का हर कोई इनके दुकान से रूबरू है इससे बेहतर छोले भटूरे और कहीं आपको पूरे शहर में नहीं मिलेंगे

Related Articles

Back to top button