यहां कराएं बिना खर्चे के विवाह, जानें रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रोसेस
बैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया (अक्षय तृतीया) एकमात्र ऐसा दिन है। जब शादी के लिए मूहर्त नहीं देखना पड़ता है। क्योंकि, शास्त्रों में इस दिन को काफी शुभ माना गया है। यही वजह है कि हर वर्ष सबसे अधिक शादियां इसी दिन होती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया 10 मई 2024 को आ रही है। देशभर में हजारों नव युगल परिणय सूत्र में बंधेंगे।
आप सभी जानते है महंगाई के इस दौर में शादी करना सरल नहीं रहा है। विवाह में होने वाले खर्चे को कम करने के लिए या पैसे के अभाव में विवाह नहीं रुके। इसके लिए सभी समाजों में सामूहिक शादी सम्मेलन होने लगे है। परंतु सम्मेलन आयोजित करने के लिए भी वर एवं वधु पक्ष से आयोजन समिति द्वारा कुछ राशि जमा कराई जाती है। मध्य प्रदेश के खरगोन में जाट समाज द्वारा नि:शुल्क शादी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। अयोजन समिति सम्मेलन का पूरा खर्च उठाती है। इसके साथ ही विवाहित जोड़ों को उपहार भी भेंट करते है।
30 वर्ष में कराए 402 विवाह
जाट समाज के शादी सम्मलेन आयोजन समिति के अध्यक्ष चंपालाल जाट ने local 18 से बोला कि समाज की शादी समिति द्वारा विगत 30 सालों से सामाजिक स्तर पर नि:शुल्क शादी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। अब तक करीब 402 जोड़ों का शादी करवा चुके है। सम्मेलन में शामिल होने के लिए वर वधु पक्ष से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। शादी के दौरान 5 बर्तन और एक मंगलसूत्र समिति द्वारा उपहार में दिया जाता है। सम्मेलन में आने वाले मेहमानो के लिए चाय, नाश्ता, भोजन, पानी की प्रबंध की जाती है। साथ ही शादी की रस्में निभाने के लिए पंडित और पूजन सामग्री भी समिति द्वारा मौजूद कराई जाती है।
ऐसे कराए रजिस्ट्रेशन
समाज के दीपक जाट ने Local 18 को कहा कि शादी सम्मेलन जिले के ग्राम चिनगुन में आयोजित होगा। यह सम्मेलन केवल जाट समाज के लिए आयोजित होगा। अक्षय तृतीया के एक दिन पहले यानी 9 मई 2024 तक आयोजन समिति को सूचना करके अपना नाम लिखवाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। प्रत्येक जोड़े के साथ 300 मेहमान शामिल हो सकते है।
ऐसे होती है रुपयों की व्यवस्था
समिति सदस्यों ने कहा कि जिले के लगभग 20 से 22 गांवों में समाज के लोग रहते है। हर गांव से दो आदमी शादी सम्मेलन समिति के सदस्य है। शादी के लिए प्रत्येक गांव से 4 से 5 लोग 1000 – 1000 रुपए देते है। इसी राशि से शादी सम्मेलन संपन्न होता है।