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यहाँ जानिए, किस तरह जयपुरिया से MBA करने पर आप पा सकते हैं अपने निवेश का सबसे अच्छा रिटर्न

MBA करना अपने करियर और लाइफ का एक जरूरी इन्वेस्टमेंट है. इस इन्वेस्टमेंट में पढ़ाई के खर्च के अलावा, डिग्री हासिल करने के लिए दिए गए टाइम और पर्सनल एनर्जी को भी शामिल किया जाना चाहिए. जब आप कोई इन्वेस्टमेंट करते हैं तो उस पर अच्छे रिटर्न यानी ROI(रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट) की भी आशा करते हैं. किसी MBA प्रोग्राम से मिलने वाला अच्छा रिटर्न बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप वह प्रोग्राम किस इंस्टीट्यूट से करते हैं. मैनेजमेंट एजुकेशन में 28 सालों की उत्कृष्टता रखने वाला जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट राष्ट्र के प्रमुख B-स्कूलों में शामिल है. जयपुरिया से MBA करने के ROI में फाइनेंशियल रिटर्न के साथ ही भविष्य की पर्सनल और प्रोफेशनल ग्रोथ के बहुत बढ़िया अवसर भी शामिल हैं.

ऐसा क्या है जो जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट को आपके सपनों को पूरा करने वाला और बेहतर रिटर्न देने वाला एक प्रमुख B-स्कूल बनाता है?

पहचान और प्रतिष्ठा :- मैनेजमेंट के क्षेत्र से जुड़े लोग अच्छी तरह जानते हैं कि MBA की केवल डिग्री अर्थ नहीं रखती बल्कि आपने वह डिग्री किस प्रतिष्ठित संस्थान से हासिल की है, यह भी बहुत जरूरी है. जयपुरिया आज B-स्कूलों में एक जाना-पहचाना नाम और प्रतिष्ठित ब्रांड है. जयपुरिया को नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2023 में हिंदुस्तान के टॉप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में शामिल किया गया है. जयपुरिया नोयडा को 47 वीं रैंक, जयपुरिया जयपुर को 80 वीं रैंक, जयपुरिया लखनऊ को 92 वीं रैंक और जयपुरिया इंदौर को 101-125 रैंक बैंड में रखा गया है. इसके अतिरिक्त जयपुरिया लखनऊ और नोयडा को NAAC द्वारा मान्यता भी दी गई है. यही नहीं, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, राष्ट्र के उन चुनिंदा संस्थानों में शामिल है जिसे AICTE द्वारा ग्रेडेड ऑटोनॉमी प्रदान की गई है. जब आप कॉर्पोरेट जगत में कदम रखते हैं तो रिकग्निशन की यह लंबी सूची अर्थ रखती है

हर कोई साफ करियर लक्ष्यों के साथ MBA कार्यक्रम में प्रवेश नहीं करता है. MBA के दो-वर्षीय कार्यक्रम इसलिए मददगार है क्योंकि यह आपको विभिन्न पाठ्यक्रमों और विशेषज्ञताओं का पता लगाने और अपनी रुचि के साथ सामंजस्य बिठाने की अनुमति देता है. यह व्यावसायिक ज्ञान के एक बुफ़े की तरह है, जो आपको अपना सच्चा जुनून ढूंढने और उसके मुताबिक अपना करियर ढालने में सहायता करता है.

हाल ही में जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के पूर्व विद्यार्थी मयंक प्रताप सिंह सिसौदिया सुर्खियों में थे.मयंक ने अपने इको-फ्रेंडली स्टार्ट-अप, द ऑनेस्ट होम कंपनी के लिए शार्क टैंक इण्डिया सीजन 3 में 1 करोड़ रुपए की फंडिंग जीतकर धूम मचा दी है.

मयंक की कामयाबी का मुख्य श्रेय जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट को जाता है. उनकी शैक्षणिक यात्रा जयपुरिया से प्रारम्भ हुई, जहां उन्होंने MBA की पढ़ाई की और अपने भविष्य के प्रयासों की नींव रखी. उन्होंने पारले के साथ एक बिक्री अधिकारी के रूप में अपना करियर प्रारम्भ किया और बाद में यूनिलीवर में चले गए. लेकिन उनकी उद्यमशीलता की प्रवृत्ति ने उन्हें अपना स्टार्टअप ‘द ऑनेस्ट कंपनी’ प्रारम्भ करने के लिए प्रेरित किया. मयंक कहते हैं, “शार्क टैंक में उनकी कामयाबी उन अमूल्य पाठों से प्रभावित है जो उन्होंने जयपुरिया लखनऊ में MBA के दौरान सीखे थे. जयपुरिया के पाठ्यक्रम से न सिर्फ़ उन्हें महत्वपूर्ण नॉलेज मिली बल्कि एक उद्यमशील मानसिकता भी पैदा हुई.

एक MBA पेशेवर के लिए, छह-अंकों वाला वेतन पाना तुलनात्मक रूप से सरल है. वास्तव में MBAकी डिग्री सीधे तौर पर प्रभावशाली वेतन वृद्धि से जुड़ी होती है. ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (जीएमएसी) के वार्षिक कॉरपोरेट रिक्रूटर्स सर्वे से पता चलता है कि पूरे विश्व के 75% रिक्रूटर्स MBAडिग्री वाले व्यक्तियों की उच्च कमाई की क्षमता को पहचानते हैं. इसके अलावा, 90% MBA पूर्व विद्यार्थी भी इस बात से सहमत हैं कि उनकी डिग्री ने उनकी कमाई की क्षमता में काफी वृद्धि की है.

वेतनमान डेटा के अनुसार, हिंदुस्तान में स्नातक डिग्री धारक के लिए औसत वेतन 5.6 लाख रुपए प्रति साल है. MBAस्नातक के लिए, वेतन 42% बढ़ जाता है, जो प्रति साल 8 लाख से अधिक है.

जयपुरिया में प्लेसमेंट इस ROI का उदाहरण है, जहां वर्तमान औसत 11.25 लाख रुपए प्रति साल है और विद्यार्थियों को विविध प्रोफाइल में भूमिकाएं मिल रही हैं.

जयपुरिया में वर्तमान प्लेसमेंट में कुछ प्रमुख रिक्रूटर्स का आना इसका साफ उदाहरण है. यह जयपुरिया के स्नातकों और जिस कॉर्पोरेट के साथ वे अपना करियर जोड़ रहे हैं, उसके विविध स्किल सेट को और मजबूत करता है. जिसे ROI के रूप में बड़ी उपलब्धि में से एक माना जाता है.

 

प्रोग्राम की मान्यता:- जयपुरिया का PGDM प्रोग्राम NBA द्वारा एक्रिडिटेड और AIU द्वारा रिकग्नाइज्ड प्रोग्राम है. ये मान्यताएं PGDM की उच्च क्वालिटी और विश्वसनीयता का एक प्रमाण हैं. यह मान्यता जीवन भर ROI में से एक है.

मजबूत एल्युमनाई नेटवर्क:- MBA का एक प्रमुख ROI, प्रोफेशनल्स का व्यापक नेटवर्क है जो स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई के दौरान बनाते हैं. इसमें इंडस्ट्री लीडर्स के साथ वार्ता करना, उनके साथ दीर्घकालीन संबंध बनाने के अतिरिक्त एकेडमिक और इंडस्ट्री एक्सपर्ट से मार्गदर्शन प्राप्त करना शामिल है.

जयपुरिया में 14000 से अधिक पूर्व विद्यार्थियों का एक समृद्ध और मजबूत नेटवर्क है. इनमें अग्रणी आंत्रप्रेन्योर्स से लेकर ग्रुप हेड, सीईओ और सीएफओ शामिल हैं. इस नेटवर्क से विद्यार्थियों को मार्गदर्शन से लेकर करियर संबंधी राय और जॉब के अवसर तक व्यापक फायदा मिलते हैं. एक सक्रिय एल्युमनाई नेटवर्क तक पहुंच MBA के स्नातकों के करियर को आकार देने में जरूरी किरदार निभाती है. यह नेटवर्क स्नातकों को उनके करियर को आगे बढ़ाने करने और एक सलाहकार के रूप में सहायता करता है जयपुरिया नोएडा की 2018 की PGDM (SM) कक्षा की स्तुति, जो वर्तमान में एचसीएल टेक में एचआर एम्प्लॉइई पार्टनर के रूप में काम कर रही हैं, कहती हैं कि मैंने अपने दूसरे साल में ठीक स्पेशलाइजेशन चुनने से लेकर एचआर फील्ड में अपने करियर को आगे बढ़ाने तक हमेशा पूर्व विद्यार्थियों से राय ली है. आज यदि मैं एचआर फील्ड में हूं तो इसका कारण मुझे हमेशा पूर्व विद्यार्थियों और इंडस्ट्री नेटवर्क से मिली राय और मार्गदर्शन है.

सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट :-

हर कोई सिर्फ़ आय को बढ़ने के लिए MBA की डिग्री प्राप्त नहीं करता है. बल्कि अधिकतर लोग प्रोफेशनल डेवलपमेंट,व्यक्तिगत उपलब्धि और कई अन्य कारणों से MBA करते हैं.

अपने कौशल में सुधार करने और उसे बढ़ाने की महत्वाकांक्षा आपको उस संगठन के लिए अधिक मूल्यवान बनाती है जिसमें आप काम करते हैं या आवेदन करते हैं. अपनी पेशेवर दक्षताओं की सूची में एमबीए जोड़कर, आप डेटा की व्याख्या करने की मजबूत क्षमता के साथ बिजनेस एनालिटिक्स जैसी फील्ड में अधिक निपुण हो जाएंगे जिससे आपके ऑर्गनाइजेशन को उसके मनचाहे रिज़ल्ट पाने में सहायता मिल सकती है. इसके अलावा, आप अपने अंदर सॉफ्ट स्किल्स विकसित करेंगे, जो ‘लॉन्ग टर्म लीडरशिप’ के लिए एक जरूरी खासियत हैं.

जयपुरिया के विद्यार्थियों की कामयाबी या MBA से बेहतर ROI पाने में उन्हें दिए गए प्रभावशाली प्रशिक्षण की जरूरी किरदार है. जयपुरिया के स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री और अकादमी के जाने-माने कद्दावर शिक्षकों द्वारा तैयार किया जाता है. ये उन्हें जीवन में तरक्की और कामयाबी के लिए तैयार करते हैं.

कंपनी स्पेसिफिक ट्रेनिंग – इंडस्ट्री स्पेसिफिक स्किल को निखारने में किए गए सावधानीपूर्वक निवेश ने जयपुरिया के स्टूडेंट्स को राष्ट्र और दुनिया की टॉप कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण और इंडस्ट्री की डिमांड के अनुरूप नॉलेज प्रदान किया है. यही वजह है कि जयपुरिया में वर्तमान प्लेसमेंट में Deloitte, Accenture, HDFC, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, आदित्य बिड़ला, एसएंडपी ग्लोबल जैसे कुछ प्रमुख रिक्रूटर्स शामिल हैं. इसे MBA की ROI के रूप में बड़ी उपलब्धि में से एक माना जाता है

इंडीविजुअल डेवलपमेंट प्लान:- प्रत्येक स्टूडेंट की यूनिक स्ट्रेंथ और एस्पिरेशन के अनुसार तैयार किया गया है, जयपुरिया का इंडीविजुअल ट्रेनिंग प्रोग्राम उनकी विशिष्ट प्रतिभा और क्षमता को बढ़ाने में मददगार है.

एक्सटर्नल ट्रेनिंग सेशन:- इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा दिए गए एक्सटर्नल ट्रेनिंग सेशन की सीरीज से जयपुरिया के स्टूडेंट्स को कॉर्पोरेट जगत में कदम रखने से पहले ही बिजनेस वर्ल्ड के बारे में अधिक व्यापक समझ और दृष्टिकोण बनाने में सहायता मिलती है.

संक्षेप में, जयपुरिया इंस्टीट्यूट के ये ट्रेनिंग इनिशिएटिव्स अनकहे नायकों के रूप में काम करते हैं, जो मैनेजमेंट स्टूडेंट्स को ऐसे इंडस्ट्री-रेडी प्रोफेशनल्स के रूप में आकार देते हैं जो अपनी चुनी हुई फील्ड की डायनामिक डिमांड के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

अगर आप भी अपने करियर का बेहतर ROI चाहते हैं, तो जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेट में PGDM कार्यक्रम के माध्यम से अपने सपने को पूरा करने पर विचार करें.

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