ईरानी राजदूत : 16 भारतीय चालक दल के सदस्य आसानी से देश छोड़ने के लिए हैं स्वतंत्र
नई दिल्ली. भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने गुरुवार को बोला कि उनके राष्ट्र द्वारा कब्जे में लिए गए कार्गो शिप के चालक दल के शेष 16 भारतीय सदस्यों को ईरान ने हिरासत में नहीं लिया है और वे आराम से राष्ट्र छोड़कर जा सकते हैं.
इलाही ने गुरुवार को टेलीफोन पर एनडीटीवी को कहा कि मालवाहक जहाज पर सवार 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों को हिरासत में नहीं लिया गया है और वे सरलता से राष्ट्र छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं.
ईरानी राजदूत की टिप्पणी जहाज एमएससी एरीज़ पर सवार चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों में से एक, डेक कैडेट एन। टेसा जोसेफ के कोचीन तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरने के कुछ घंटे बाद आई.
विदेश मंत्री एस। जयशंकर, जिन्होंने इस हफ्ते की आरंभ में इस मुद्दे पर अपने ईरानी समकक्ष अमीर अब्दुल्लाहियन से बात की थी, ने बोला कि पीएम मोदी की गारंटी न सिर्फ़ राष्ट्र के भीतर, बल्कि बाहर भी काम करती है.
जयशंकर ने जोसेफ की वापसी के बाद एक्स पर पोस्ट किया, “शानदार काम, ईरान में भारतीय दूतावास. खुशी है कि सुश्री एन। टेसा जोसेफ घर पहुंच गई हैं. मोदी की गारंटी हमेशा काम करती है, राष्ट्र में हो या विदेश में.”
इस बात पर बल देते हुए कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी गवर्नमेंट द्वारा किए गए ठोस प्रयासों के कारण उनकी वापसी संभव हो सकी, विदेश मंत्रालय ने बोला कि वह बरामद किए गए कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के शेष चालक दल के सदस्यों के स्वास्थ्य और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए ईरान की राजधानी में ऑफिसरों के संपर्क में है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “तेहरान में भारतीय मिशन मुद्दे से अवगत है और कंटेनर जहाज के शेष 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों के संपर्क में है. चालक दल के सदस्य स्वास्थ हैं और हिंदुस्तान में अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं. भारतीय मिशन भी… ईरानी ऑफिसरों से संपर्क में है.”