कर्पूरी ठाकुर के सम्मान पर उद्धव ने केंद्र से किया ये सवाल
Bharat Ratna : शिवसेना (UBT) ने बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना (UBT) ने हिंदुत्व विचारक वी। डी। सावरकर को राष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ नहीं देने को लेकर बुधवार (24 जनवरी) को बीजेपी (BJP) नीत केंद्र गवर्नमेंट पर धावा किया। शिवसेना (UBT) नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने के केंद्र के निर्णय को एक सियासी कदम कहा है।
मोदी के नेतृत्व में 11 लोगों को हिंदुस्तान रत्न
राउत ने एक संवाददाता सम्मेलन में बोला कि दिल्ली में 2014 से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट के सत्ता में आने के बाद से 11 लोगों को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (भारत रत्न) से सम्मानित किया गया है, लेकिन सावरकर को इस सूची में स्थान नहीं मिली है।
बिहार में OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) की राजनीति का सूत्रधार माने जाने वाले ठाकुर की जन्म शताब्दी साल की पूर्व संध्या पर मंगलवार (23 जनवरी) को उन्हें ‘भारत रत्न’ के लिए नामित किया गया। बता दें, कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को पितौंझिया में हुआ था। वह दिसंबर 1970 में पहली बार बिहार के सीएम बने। वे मार्च 1967 से जनवरी 1968 तक उप सीएम और शिक्षा मंत्री रहे। उनका मृत्यु 17 फरवरी 1988 को हो गया था।
बिहार बीजेपी के लिए जरूरी : राउत
वह पहले गैर-कांग्रेसी समाजवादी नेता थे जो दो बार सीएम बने थे। वह पहली बार दिसंबर 1970 में सात महीने के लिए और 1977 में दो वर्ष के लिए सीएम बने थे। राउत ने बोलना है, कि ‘‘हम इस बात पर कायम हैं, कि वीर सावरकर को ‘भारत रत्न’ दिया जाना चाहिए। कर्पूरी ठाकुर ओबीसी के नेता हैं और हमें खुशी है कि उन्हें ‘भारत रत्न’ के लिए नामित किया गया है। साथ ही राउत ने बोला कि यह चुनावी मौसम है और बिहार बीजेपी के लिए जरूरी है।
बिहार से लोकसभा में 40 सांसद आते हैं और वर्तमान में वहां जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की गठबंधन गवर्नमेंट है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का हर कदम सियासी स्वार्थ के लिए है। स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले प्रमुख लोगों को सम्मानित किया जाता है, लेकिन सावरकर को हिंदुस्तान रत्न से सम्मानित क्यों नहीं किया जाता? बीजेपी उन्हें हिंदुस्तान रत्न देने से क्यों भाग रही है?’’ आलोचक सावरकर पर कट्टर हिंदुत्ववादी नेता होने का इल्जाम लगाते हैं।