केंद्र सरकार बारामूला में सभी शक्तियों का कर रही है इस्तेमाल : पूर्व CM उमर अब्दुल्ला
Jammu and Kashmir : सस्पेंस समाप्त करते हुए जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने 2 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। आज ( 12 अप्रैल ) जम्मू और कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डाक्टर फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला समेत पार्टी के कई बड़े नेता उपस्थित रहे। इस दौरान डाक्टर फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा कर कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दो उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। जिनमें से एक नाम जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का है।
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि उत्तरी कश्मीर यानी बारामूला से उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे और सेंट्रल कश्मीर से अगा रुहुला चुनाव लड़ेंगे। कहा जा रहा है, कि अगा रुहुला (Agha Rouhallah) श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के शिया नेता हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उमर ने भाजपा पर निशाना भी साधा है।
बारामुल्ला लोकसभा से लड़ेंगे चुनाव
उमर बारामुल्ला लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे, जहां उनका सीधा मुकाबला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन से होगा। बता दें, उमर 1998 में श्रीनगर से लोकसभा सदस्य के रूप में राजनीति में शामिल हुए। वे 1999 और 2004 में फिर से लोकसभा के लिए चुने गए। साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट में मंत्री के रूप में भी काम किया, बाद में उमर कांग्रेस पार्टी के योगदान से जम्मू कश्मीर के 5 वर्ष सीएम भी रहे है।
भाजपा पर साधा निशाना
उमर ने बताया, हमारी लड़ाई किसी आदमी के विरुद्ध नहीं है, बल्कि इन उम्मीदवारों के पीछे की शक्तियों के विरुद्ध है, केंद्र गवर्नमेंट बारामूला में सभी शक्तियों का इस्तेमाल कर रही है और मैंने बारामूला से चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। परिवारवाद पर पीएम के आरोपों का उत्तर देते हुए उमर ने कहा, बीजेपी राजनीति में परिवारों के विरुद्ध नहीं है, बल्कि उन परिवारों के विरुद्ध है जो बीजेपी का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी परिवारवाद से भरी हुई है।
साथ ही उन्होंने बोला कि चुनाव के समय हमें राज्य का दर्जा देना उनके अपने लाभ के लिए है। यह उच्चतम न्यायालय का निर्णय है। पीएम हमें कोई उपकार नहीं कर रहे हैं। उमर ने बोला कि बीजेपी के तरुण चुग ने पीपल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और अपनी पार्टी अल्ताफ भुकरी से मुलाकात की, जो इस बात का सबूत है कि बीजेपी में मैदान में उतरने की हौसला नहीं है और वे अपने प्रॉक्सी उम्मीदवारों को आगे बढ़ा रहे हैं।
उमर ने आगे बोला कि यदि बीजेपी के विकास के दावे मजबूत थे तो उन्हें अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए थे, प्रॉक्सी उम्मीदवारों के जरिए चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था। बीजेपी को चुनौती देते हुए उमर ने बोला कि वे चुनाव लड़ेंगे, मैं शर्त लगाता हूं कि उनकी जमानत बरामद हो जाएगी और यदि ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति बंद कर दूंगा।
उमर ने केंद्र गवर्नमेंट पर निशाना साधते हुए कहा, कि आज हम आपातकाल के दौर में जी रहे हैं। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। आज हालात बदतर हैं, हम इसे आपातकाल नहीं कह सकते। लोकतंत्र इंदिरा गांधी के समय से अधिक खतरे में है। तब किसी विपक्षी नेता को अरैस्ट नहीं किया गया, लेकिन अब हर विरोधी को कारावास भेजा जा रहा है।
उमर ने आगे कहा, कि विधानसभा चुनावों के लिए पीडीपी और अन्य दलों के साथ गठबंधन के दरवाजे खुले हैं। यदि गठबंधन संसद में काम नहीं कर पाया तो विधानसभा चुनावों में काम आ सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित प्रमुख शिया नेता आगा सैयद रूहुल्लाह जो अपने मजबूत गढ़ बडगाम को छोड़कर श्रीनगर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जहां से वे तीन बार विधानसभा सदस्य चुने गए थे, और वे वही नेकां के नाता हैं जो 2019 से सार्वजनिक सभाओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के विरुद्ध बहुत वोकल रहे हैं।
लोगों से बात करने के लिए एक बड़ा मंच होगा
साथ ही उन्होंने फिर से अपना रुख दोहराया “मैं लोगों की भावनाओं से जुड़ूंगा और अपनी भावनाओं को भी व्यक्त करूंगा। मैं इसे एक अवसर के रूप में ले रहा हूं कि चुनाव प्रचार के दौरान मेरी भावनाएं बड़े दर्शकों तक पहुंचेंगी और मेरे पास लोगों से बात करने के लिए एक बड़ा मंच होगा। उन्होंने क्षेत्रीय दलों से एकजुट रहने का भी आग्रह किया, “एकता अच्छी है और मुझे खुशी होती यदि सभी सियासी दल एक साथ चुनाव लड़ते। हम अभी भी अपने दृष्टिकोण में सुधार कर सकते हैं। आगा सैयद रूहुल्ला डाक्टर फारूक अब्दुल्ला की स्थान चुनाव लड़ेंगे।
रूहुल्ला के साथ खड़े उमर ने दोहराया, 5 अगस्त, 2019 को जो कुछ हुआ, उसे हमने कभी स्वीकार नहीं किया। आगा रूहुल्ला ने इसके अतिरिक्त कुछ नहीं बोला है, और उन्हें अब अपने शब्दों या भावनाओं को सुधारने की आवश्यकता नहीं है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पहले ही अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, जहां पार्टी के मजबूत गुज्जर नेता मियां अल्ताफ का मुकाबला जम्मू और कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियो महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद से है।